टीबी का नाम सुनकर खुद से हो गई थी नफरत,इलाज कराने पर हो गये स्वस्थ
-डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों ने दिया हौसला तो इलाज कराने को हुए तैयार
-नारायणपुर प्रखंड के मनोहरपुर गांव के बुजुर्ग सियाराम शर्मा की दास्तान
भागलपुर-
नारायणपुर प्रखंड के मनोहरपुर गांव के बुजुर्ग सियाराम शर्मा को एक साल पहले लगातार खांसी की शिकायत आ रही थी. कुछ दिनों तक तो वह इसे सामान्य बात समझकर टालते रहे, लेकिन जब खांसी नियंत्रित नहीं हुआ तो वह नारायणपुर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गए, जहां पर जांच में उन्हें टीबी होने की पुष्टि हुई. यह सुनकर एक बार तो वह डर गए, लेकिन जब अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मियों ने उन्हें भरोसा दिलाया तो उनका हौसला बढ़ा और उन्होंने अपना इलाज करवाया. लगभग 8 महीने तक दवा का सेवन करने के बाद अब वह पूरी तरह से स्वस्थ हो गए हैं. उन्हें अब किसी तरह की कोई समस्या नहीं है. डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों ने हौसला दिया, जिसके बाद मैंने अपना इलाज शुरू करवाया- सियाराम शर्मा कहते हैं कि जब अस्पताल में बताया गया कि मुझे टीबी हो गया है तो मैं डर गया था. उस समय तो मुझे अपने आप से नफरत होने लगी थी, लेकिन अस्पताल के डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों ने मुझे हौसला दिया, जिसके बाद मैंने अपना इलाज शुरू करवाया. कुछ दिनों तक ही दवा का सेवन करने के बाद मुझमें सुधार होने लगा. इसके बाद खुद में भी भरोसा जगा और अब मैं पूरी तरह से स्वस्थ हो गया. मैं लोगों से यही अपील करता हूं कि अगर टीवी के लक्षण दिखे तो तत्काल अस्पताल जाएं और जांच कराकर अपना इलाज शुरू करवाएं. विश्वास रखिए जल्द ही आप ठीक हो जाइएगा. लोगों ने भी बना ली थी दूरी, अब सब कुछ हो गया सामान्य: सियाराम शर्मा के दामाद अमर शर्मा कहते हैं कि पिताजी को जब टीबी होने की पुष्टि हुई तो आसपास के लोग उनसे दूरी बनाकर रहने लगे. यहां तक कि मुझे भी उनसे लोग दूरी बनाकर रहने को कहते थे, लेकिन मैं कैसे उनसे दूर रहता. इस वजह से उनकी उम्मीद मैं ही था. इसलिए मैं उनके साथ रहा और समय पर दवा देने से लेकर खानपान का भी ध्यान रखता था. आज वह स्वस्थ हैं और सब कुछ सामान्य हो गया है. मैं लोगों से यह भी कहना चाहता हूं अगर किसी को टीबी हो जाए तो उसका सामाजिक बहिष्कार मत कीजिए. मैं तो उनके साथ रहा. उनका ध्यान रखा. मुझे तो टीबी नहीं हुआ और आज वह भी स्वस्थ हो गए. इसलिए अगर किसी को टीवी हो तो उसको सहयोग कीजिए, न कि उसका बहिष्कार कीजिए. टीबी का नाम सुनकर कांपने लगे थे सियाराम शर्मा: नारायणपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लैब टेक्नीशियन सौरभ कुमार कहते हैं कि जब वह जांच करवाने के लिए अस्पताल आए थे तो काफी डरे हुए थे. जब एक्स-रे की रिपोर्ट आई और मैंने उनको बताया कि आप को टीबी हो गया है तो वह कांपने लगे, लेकिन मैंने उनको समझाया कि टीबी का इलाज संभव है. आप दवा का सेवन कीजिए, जल्द ही स्वस्थ हो जाइएगा और इलाज भी बिल्कुल मुफ्त है. दवा भी मुफ्त में मिलती है. आखिरकार मेरी सलाह पर उन्होंने अपना इलाज शुरू करवाया और मुझे खुशी है कि अब वह ठीक हो गए हैं. टीवी के लक्षण दिखे तो तत्काल अस्पताल आएं; नारायणपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. विजयेंद्र कुमार विद्यार्थी ने बताया कि टीवी का इलाज संभव है. सरकार की तरफ से बिल्कुल मुफ्त है, इसलिए टीवी के लक्षण दिखे तो संकोच नहीं करें. तत्काल अस्पताल आकर अपना जांच करवाएं. जांच में अगर टीबी होने की पुष्टि होती है तो दवा लेकर तत्काल इलाज शुरू करवा लें. इससे आप जल्द स्वस्थ हो जाएंगे. जितना देर कीजिएगा ठीक होने में उतनी देरी होगी. इसलिए लक्षण दिखने पर तत्काल जांच कराने के लिए अस्पताल आ जाएं