कालाजार उन्मूलन को लेकर जनप्रतिनिधियों और स्वास्थ्य कर्मियों की हुई संयुक्त बैठक
– जिले के अलौली पीएचसी में आयोजित बैठक में शामिल हुए सूरजनगर गाँव के जनप्रतिनिधि और गणमान्य
– कालाजार के लक्षण, कारण, बचाव एवं उपचार पर की गई विस्तृत चर्चा
खगड़िया, 08 फरवरी-
मंगलवार को जिले के अलौली प्रखंड में कालाजार उन्मूलन को जनप्रतिनिधियों और स्वास्थ्य कर्मियों की एक संयुक्त बैठक हुई। जिसमें कालाजार प्रभावित सूरजनगर गाँव के मुखिया, सरपंच, पंसस, वार्ड, पंच समेत अन्य जनप्रतिनिधि और गणमान्य व्यक्ति के अलावा पीएचसी के पदाधिकारी, कर्मी, आशा कार्यकर्ता और केयर इंडिया के प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक की अध्यक्षता पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ मनीष कुमार एवं संचालन डीभीबीडीसीओ डाॅ विजय कुमार ने किया। जिसमें कालाजार के कारण, लक्षण, बचाव एवं उपचार पर विस्तृत चर्चा की गई। साथ ही बैठक में मौजूद सभी लोगों से कालाजार से बचाव के लिए अपने स्तर से भी लोगों को जागरूक करने, संभावित मरीजों को जाँच कराने के लिए प्रेरित करने समेत बचाव से संबंधित अन्य पहल में सहयोग करने की अपील की। जिसपर सभी जनप्रतिनिधियों और गणमान्यों ने सकारात्मक आश्वासन देते हुए यथासंभव सहयोग करने की बात कही। बैठक में डीपीएम (हेल्थ) पवन कुमार, डीभीबीडीसी बबलू सहनी, भीडीसीओ शहनवाज आलम, केयर इंडिया के डीटीएल अभिनंदन आनंद, डीपीओ कृष्ण कुमार भारती, मुखिया पंकज कुमार, सरपंच नीरज सिंह, पंसस माला देवी, वार्ड सदस्य राजकुमार सादा, पंच चंपा देवी, एएनएम रंजना कुमारी आदि मौजूद थे।
– कालाजार से बचाव के लिए जागरूक और लक्षण वाले व्यक्ति को इलाज के लिए प्रेरित करने की अपील :
डीभीबीडीसीओ डाॅ विजय कुमार ने बताया, बैठक के दौरान मौजूद सभी गणमान्यों को कालाजार के कारण, लक्षण, बचाव एवं उपचार की विस्तृत जानकारी दी गई। जिसके बाद सभी गणमान्यों से इस बीमारी से बचाव के लिए अपने स्तर से भी लोगों को जागरूक करने एवं संदिग्ध व्यक्ति को इलाज के लिए प्रेरित करने की अपील की गयी। ताकि लक्षण वाले व्यक्ति की समय पर जाँच के साथ आवश्यक इलाज शुरू हो सके और सामुदायिक स्तर पर भी लोगों को इस बीमारी के कारण, लक्षण, बचाव एवं उपचार की जानकारी मिल सके। जिससे शुरुआती दौर में ही लोग सजग हो आवश्यक कदम उठा सकें। सरकारी अस्पतालों में जाँच एवं इलाज की मुफ्त समुचित व्यवस्था उपलब्ध है।
– 03 वर्ष से लेकर सभी आयु वर्ग के लोगों की होगी जाँच :
पीएचसी प्रभारी डॉ मनीष कुमार ने बताया, सूरजनगर गाँव में कालाजार प्रभावित एरिया है। जिसके कारण उस एरिया में लगातार तमाम गतिविधियों का आयोजन कर कालाजार उन्मूलन को लेकर हर संभव प्रयास किया जा रहा है। जिसे सार्थक रूप देने के लिए उक्त गाँव में केयर इंडिया एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा संयुक्त रूप से अभियान चलाकर 03 वर्ष एवं इससे अधिक आयु वर्ग के सभी व्यक्ति की जाँच की जाएगी। जिसके बाद आवश्यक चिकित्सा परामर्श उपलब्ध कराई जाएगी।
– कालाजार के लक्षण :
– लगातार रुक-रुककर या तेजी के साथ दोहरी गति से बुखार आना।
– वजन में लगातार कमी होना।
– दुर्बलता।
– मक्खी के काटे हुए जगह पर घाव होना।
– व्यापक त्वचा घाव जो कुष्ठ रोग जैसा दिखता है।
– प्लीहा में नुकसान होता है।
– छिड़काव के दौरान इन बातों का रखें ख्याल :
– छिड़काव के पूर्व घर की अन्दरूनी दीवार की छेद/दरार बंद कर दें।
– घर के सभी कमरों, रसोई घर, पूजा घर, एवं गोहाल के अन्दरूनी दीवारों पर छः फीट तक छिड़काव अवश्य कराएं छिड़काव के दो घंटे बाद घर में प्रवेश करें।
– छिड़काव के पूर्व भोजन समाग्री, बर्तन, कपड़े आदि को घर से बाहर रख दें।
– ढाई से तीन माह तक दीवारों पर लिपाई-पोताई ना करें, जिसमें कीटनाशक (एस पी) का असर बना रहे।
– अपने क्षेत्र में कीटनाशक (एस पी) छिड़काव की तिथि की जानकारी आशा दीदी से प्राप्त करें।