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कालाजार और फाइलेरिया से बचाव: लोगों को जागरूक करने स्वास्थ्य संस्थानों को उपलब्ध कराया गया साउंड बाॅक्स 

– जिला वेक्टर जनित रोग कार्यालय ने जिले के स्वास्थ्य संस्थानों को उपलब्ध कराया
– अस्पताल आने वाले मरीज साउंड बॉक्स के माध्यम से सुन सकेंगे कालाजार और फाइलेरिया के लक्षण
खगड़िया, 25 मई।
कालाजार और फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग काफी गंभीर और सजग है। जिसे सार्थक रूप देने के लिए सरकार के निर्देशानुसार प्रशासनिक स्तर से हर जरूरी निर्णय भी लिए जा रहे हैं। इसी कड़ी में बुधवार को जिला वेक्टर जनित रोग कार्यालय द्वारा जिले में संचालित सभी स्वास्थ्य संस्थानों को चार्जेबल साउंड बाॅक्स उपलब्ध कराया गया। यह साउंड बाॅक्स सभी स्वास्थ्य संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को सुपुर्द किया गया। जिसे स्वास्थ्य संस्थानों में लगाया जाएगा। जिसमें कालाजार और फाइलेरिया को लेकर एक धुन बजेगी और इलाज के लिए सरकारी स्वास्थ्य संस्थान आने वाले सभी मरीज इस धुन के माध्यम से उपरोक्त दोनों बीमारियों के लक्षण सुन और जान सकेंगे। ताकि लक्षण महसूस होने पर संबंधित डाक्टरों से ससमय अपना जाँच और सुविधाजनक तरीके से इलाज शुरू करवा सकें।
– सुविधाजनक तरीके से लोगों को मिलेगी बीमारी के लक्षण की जानकारी :
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ विजय कुमार ने बताया, इस पहल से लोगों को सुविधाजनक तरीके से कालाजार और फाइलेरिया के लक्षण की जानकारी मिलेगी। दरअसल, स्वास्थ्य संस्थान में अधिक भीड़ होने के कारण संबंधित मरीज को जानकारी प्राप्त करने में काफी असुविधा होती थी। जिसके कारण मरीजों की सुविधा का ख्याल रखते हुए केयर इंडिया की टीम के प्रयास से इस सुविधा की व्यवस्था की गई। अब अस्पताल आने वाले सभी मरीजों को उक्त दोनों बीमारियों के लक्षण की धुन के माध्यम से जानकारी मिलेगी और संबंधित मरीज सुविधाजनक तरीके से अपनी परेशानी की पहचान कर संबंधित चिकित्सकों से जाँच करा सकेंगे। इस व्यवस्था से अस्पताल कर्मियों को भी सुविधा होगी और सामुदायिक स्तर पर लोग जागरूक भी होंगे। वहीं, उन्होंने बताया, कालाजार और फाइलेरिया उन्मूलन को सरकार की ओर से अन्य कई योजनाएं भी चलाई जा रही है।
– रजिस्ट्रेशन काउंटर पर लगाया जाएगा साउंड बाॅक्स, डेटा ऑपरेटर को ऑपरेट की दी जाएगी जिम्मेदारी :
केयर इंडिया के डीपीओ कृष्ण कुमार भारती ने बताया, जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में रजिस्ट्रेशन काउंटर पर साउंड लगाया जाएगा। जिसके ऑपरेट की जिम्मेदारी डेटा ऑपरेटर को दी जाएगी। साउंड बाॅक्स के माध्यम से अस्पताल आने वाले सभी मरीजों को सुविधाजनक तरीके से कालाजार और फाइलेरिया के लक्षण की जानकारी मिलेगी।
– ये हैं कालाजार के लक्षण :
– लगातार रुक-रुक कर या तेजी के साथ दोहरी गति से बुखार आना।
– वजन में लगातार कमी होना।
– दुर्बलता।
– मक्खी के काटे हुए जगह पर घाव होना।
– व्यापक त्वचा घाव जो कुष्ठ रोग जैसा दिखता है।
– प्लीहा में नुकसान होता है।
– जानें, फाइलेरिया क्या है ?
– फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला एक संक्रामक रोग है।
– किसी भी उम्र के व्यक्ति फाइलेरिया से संक्रमित हो सकता है।
– फाइलेरिया के लक्षण हाथ और पैर में सूजन (हाँथीपाँव) व हाइड्रोसील (अण्डकोष में सूजन) है।
– किसी भी व्यक्ति को संक्रमण के पश्चात बीमारी होने में 05 से 15 वर्ष लग सकते हैं।

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