कोरोना काल में यदि आपके घर में हो जाए कोई बीमार तो घबराएं नहीं
सावधानी बरतकर बीमार व्यक्ति के स्वास्थ्य का रखें ख्याल
ज्यादा परेशानी हो जाने पर तत्काल डॉक्टर से करें संपर्क
बांका, 10 मई
अभी कोरोना की दूसरी लहर चल रही है और काफी सारे लोग इसकी चपेट में भी आ रहे हैं. ऐसे माहौल में यदि घर का कोई सदस्य बीमार पड़ जाए तो घबराहट होने लगती है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है. बल्कि उससे निपटने के लिए कुछ आसान तरीके अपनाने की जरूरत है. घबराने से और परेशानी ही बढ़ेगी, इसलिए उसके निदान की ओर आगे बढ़ना चाहिए. शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ सुनील कुमार चौधरी कहते हैं अभी के माहौल में सामान्य सर्दी- खांसी भी हो तो लोग कोरोना ही समझ बैठते और डरने लगते हैं. डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि बीमारियों से लड़ने की जरूरत है. कुछ सावधानियां बरतकर इस परिस्थिति से उबरने की आवश्यकता है. अगर कोरोना ही हो जाएगा तो भी उससे उबरना ही पड़ेगा. इसलिए ऐसी परिस्थिति में इलाज शुरू करने की जरूरत है, न कि डरने की.
बीमार व्यक्ति को कर दें आइसोलेट:
डॉ चौधरी कहते हैं कि अगर घर में कोई व्यक्ति बीमार हो तो उसे आइसोलेट कर दें और उस व्यक्ति से दूरी बनाकर रखें. साथ ही जिस कमरे में वह व्यक्ति रह रहा है, उसमें हवा आने की गुंजाइश का ध्यान रखने की जरूरत है. खिड़कियों और वेंटिलेशन को चारों तरफ से खोल कर रखें.
बीमार व्यक्ति के स्वास्थ्य की करते रहें निगरानी:
डॉ चौधरी कहते हैं आपके घर में अगर कोई व्यक्ति बीमार पड़ जाए तो उसके स्वास्थ्य की निगरानी करते रहें. उससे इस बात की जानकारी लेते रहें कि उसे बुखार है या नहीं. पिछली बार कब आया था. सर्दी-खांसी की क्या स्थिति है. अगर स्थिति ज्यादा गंभीर दिखे तो तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें.
घर से बाहर एक ही आदमी निकला करें: डॉ चौधरी कहते हैं कि ऐसी परिस्थिति में अपने घर के किसी एक ऐसे व्यक्ति की पहचान कर लें जो पूरी तरह से स्वस्थ और सावधानी बरत रहा है. उसे ही जरूरत पड़ने पर घर से बाहर निकलने दें. साथ में इस बात का भी ध्यान रखें कि जब वह व्यक्ति बाहर जाए तो डबल लेयर मास्क पहने, सामाजिक दूरी का पालन करें और भीड़भाड़ में नहीं फंसे.
यह लक्षण दिखे तो तत्काल करें डॉक्टर से संपर्क:
अगर घर के बीमार व्यक्ति को सांस लेने में परेशानी हो, सीने में दर्द हो रहा हो या फिर चलने- फिरने में परेशानी हो रही हो तो तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें. उसका इलाज शुरू करें. घर में सामान्य परिस्थिति तक ही इलाज ठीक है. स्थिति ज्यादा गंभीर होने पर डॉक्टर से संपर्क कर इलाज शुरू करवा दें.