कोरोना की संभावित तीसरी लहर में 18 वर्ष तक के बच्चों और किशोर-किशोरियों को सुरक्षित करने को ले स्वास्थ्य विभाग सजग
- भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा गाइडलाइन जारी
- राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के अधीक्षक और सभी जिलों के सिविल सर्जन को जारी की थी चिट्ठी
- चिकित्सा / स्वास्थ्य संस्थानों में पेडिएट्रिक कोविड केयर की व्यवस्था की जा रही है
लखीसराय, 06 अगस्त-
वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर में 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों और किशोर-किशोरियों को सुरक्षित करने को ले भारत सरकार द्वारा जारी विस्तृत दिशा- निर्देश के अनुसार कार्य करने के लिए स्वास्थ्य विभाग लखीसराय पूरी तरह से सजग है। इस संबंध में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने भी विगत 14 जुलाई को राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के अधीक्षक और सभी जिलों के सिविल सर्जन को एक चिट्ठी जारी की थी । इसके साथ ही भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी किए गए गाइडलाइन ऑन ऑपरेशनलाइज़ेशन ऑफ कोविड केयर सर्विस फ़ॉर चिल्ड्रेन एंड एडोलेसेन्ट को भी साझा करते हुए इसमें दिए गए दिशा- निर्देशों के अनुपालन को भी सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है।
जिला के सभी चिकित्सा संस्थान/ स्वास्थ्य संस्थानों में समय से पूर्व तैयारी की जा रही-
लखीसराय के सिविल सर्जन डॉ. देवेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि ऐसी संभावना है कि कोरोना संक्रमण की सम्भावित तीसरी लहर में 0 से 18 आयु वर्ग के बच्चे और किशोर- किशोरी विशेष रूप से प्रभावित होंगे। इस सम्भावित परिस्थिति में बीमार बच्चों/ किशोर- किशोरियों के अनुमानित वृद्धि से निपटने एवं नियंत्रित करने के लिए जिला के सभी चिकित्सा संस्थान/ स्वास्थ्य संस्थानों में समय से पूर्व तैयारी की जा रही है। इसको ध्यान में रखते हुए ही जिला के सभी चिकित्सा/स्वास्थ्य संस्थानों के साथ गाइडलाइन ऑन ऑपरेशनलाइज़ेशन ऑफ कोविड केअर सर्विस फ़ॉर चिल्ड्रेन एंड एडोलेसेन्ट को साझा किया गया था ताकि समय रहते सामुदायिक स्तर पर और सभी चिकित्सा/ स्वास्थ्य संस्थानों पर आवश्यक दवा, उपकरण, सामग्री, मानव बल के साथ -साथ उनके लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा सके।
चिकित्सा / स्वास्थ्य संस्थानों में पेडिएट्रिक कोविड केयर की व्यवस्था की जा रही है
उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए सभी चिकित्सा / स्वास्थ्य संस्थानों में पेडिएट्रिक कोविड केयर कि व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि बच्चों एवं किशोर-किशोरियों में कोरोना संक्रमण के साथ- साथ बुखार एवं सांस संबंधी परेशानी सामान्यतः हो सकता है लेकिन कुछ बच्चों में इसके अलावा गैस्ट्रो इंटेस्टाइनल लक्षण जैसे डायरिया, दस्त भी हो सकता है। इसलिए इन सभी लक्षणों को देखते हुए तैयारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि कोविड हेल्थ फैसिलिटी के तहत दो कैटेगरी पहला डेडिकेटेड कोविड 19 हॉस्पिटल जहां ऑक्सीजन की सुविधा है और दूसरा कोविड 19 केयर सेंटर जहां मरीजों के आइसोलेशन कि सुविधा उपलब्ध है की व्यवस्था की गई है।