राज्य

कोविड-19 संक्रमण की संभावित तीसरी लहर से सुरक्षा को जिले में लगातार चल रहा वैक्सीनेशन अभियान

  • शत-प्रतिशत लोगों का वैक्सीनेशन सुनिश्चित करने में जुटा स्वास्थ्य विभाग
  • बच्चों की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को लेकर रहें सजग और बीमारियों से रखें दूर

खगड़िया, 07 अगस्त-

कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर के बाद तीसरी लहर की संभावना जताई जा रही है। आशंका है कि तीसरी लहर में सबसे अधिक बच्चे प्रभावित हो सकते हैं। जिसके कारण हमें अभी से ही इस महामारी के खिलाफ सावधान होने की जरूरत है। ताकि हम तीसरी लहर से भी खुद को सुरक्षित रख सकें और इस महामारी के प्रभाव से दूर रह सकें। इसके लिए बच्चों के उचित देखभाल के साथ खानपान का विशेष ख्याल रखना बेहद जरूरी है। इसलिए, बच्चों के स्वास्थ्य प्रति पूरी तरह सजग रहें। किसी भी प्रकार की शारीरिक पीड़ा होने पर तुरंत चिकित्सकों से जाँच कराएं और समुचित इलाज कराएं। ताकि बच्चे शारीरिक रूप से स्वस्थ और मजबूत रह सकें| जब बच्चा स्वस्थ और मजबूत रहेगा तो वह निश्चित ही संक्रामक बीमारी से दूर रहेगा। वहीं, दूसरी जल्द से जल्द जिले के शत-प्रतिशत लोगों का वैक्सीनेशन सुनिश्चित हो, इस उद्देश्य से जिले में लगातार वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है। ताकि सामुदायिक स्तर पर लोगों को इस महामारी से सुरक्षित किया जा सके।

  • बच्चों की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को लेकर रहें सजग और बीमारियों से रखें दूर :
    जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवनंदन पासवान ने बताया, तीसरी लहर में बच्चों को ही अधिक प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है। इसलिए, हर किसी को बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहने की जरूरत है। इसके लिए बच्चों की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को लेकर सजग रहें। क्योंकि, मजबूत रोग-प्रतिरोधक सभी प्रकार के संक्रामक बीमारी से दूर रखता है। बच्चे की खानपान समेत साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है। ऐसे में खुद के साथ-साथ बच्चों की सेहत का भी ध्यान रखना बहुत जरूरी है। छोटे-छोटे बच्चों के स्वस्थ शरीर निर्माण के लिए कौन सा आहार हो, इसको लेकर सावधान रहने की जरूरत है। संतुलित आहार से बच्चों की रोग-प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है। बच्चों को अगर विटामिन और मिनरल्स नहीं मिलते हैं तो उसके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने लगती है।
  • बच्चों के आहार के प्रति सतर्क रहने की है जरूरत :
    बच्चों के आहार के प्रति थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है। दरअसल, अभी उनमें तेजी से प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है। अभी अगर थोड़ा सावधान रहें तो आगे ज्यादा परेशानी नहीं होगी। इसलिए, जरूरी है कि उनके भोजन में दूध, अनाज की मात्रा बढ़ाएं। साथ ही पानी और जूस भी अधिक से अधिक दें। क्योंकि, कोविड-19 के साथ-साथ मौसम में भी लगातार बदलाव हो रहे हैं।
  • शारीरिक विकास के लिए प्रोटीन जरूरी :
    बच्चों के शारीरिक विकास के लिए कैलोरी बहुत जरूरी है। अधिक कैलोरी के लिए दूध और साबुत अनाज अधिक देने पर ध्यान दें। बच्चों को कॉर्नफ्लैक्स व ओट्स दे सकते हैं। वहीं, प्रोटीन की कमी से शारीरिक विकास सही तरीके से नहीं हो पाता और मस्तिष्क संबंधी भी कई तरह के विकार पैदा हो जाते हैं। इसके अलावा मांसपेशियों और हड्डियों की मजबूती के लिए भी प्रोटीन बहुत जरूरी है। रोग-प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनाने के लिए बच्चों को पूरी मात्रा में विटामिन और मिनरल दें। थोड़ी-थोड़ी मात्रा में बच्चों को पानी पिलाते रहें।
  • इन मानकों का करें पालन और कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर :
  • मास्क का उपयोग और शारीरिक दूरी का पालन जारी रखें।
  • अनावश्यक घरों से बाहर नहीं निकलें और भीड़-भाड़ वाले जगहों से परहेज करें।
  • बारी आने पर निश्चित रूप से वैक्सीनेशन कराएं और दूसरों को भी प्रेरित करें।
  • साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें और सैनिटाइजर का उपयोग करें।
  • नियमित तौर पर लगातार साबुन या अल्कोहल युक्त पदार्थों से अच्छी तरह हाथ धोएं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *