ग्रामीण क्षेत्रों में हाइपरटेंशन के महत्व को समझा रही एएनएम मंजू वर्मा
डीएमटी प्रशिक्षण के बाद काम करने के तरीके बदल गए
सन्हौला प्रखंड क्षेत्र के लोगों को इसका मिल रहा है फायदा
भागलपुर-
डीएमटी प्रशिक्षण की शुरुआत होने के बाद जिले की स्वास्थ्य सेवा में काफी सुधार हुआ है. प्रशिक्षण लेने के बाद एएनएम अपने क्षेत्र में बेहतर काम कर पा रही हैं. चाहे वह प्रसव कराने का काम हो या फिर बीमारियों की पहचान से संबंधित काम. इसे एएनएम बेहतर तरीके से अंजाम दे रही हैं. सन्हौला प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मैं काम करने वाली एएनएम मंजू वर्मा अपने क्षेत्र में मिसाल कायम कर रही हैं. वह न सिर्फ हाइपरटेंशन से पीड़ित मरीजों की पहचान कर रही हैं, बल्कि उन्हें उचित सलाह भी दे रही हैं.
डीएमटी प्रशिक्षण से हमारे काम में काफी सुधार हुआ-
मंजू वर्मा कहती हैं कि वैसे तो हमलोग पहले भी अपने काम को बेहतर तरीके से कर रहे थे, लेकिन जब से डीएमटी प्रशिक्षण की शुरुआत हुई है, तब से हमारे काम में काफी सुधार हुआ है. प्रशिक्षण के दौरान मेंटर काम के दौरान होने वाली छोटी-छोटी कमियों को भी दुरुस्त करने की सलाह देती हैं. पहले हमलोग पुराने तरीके से काम कर रहे थे, लेकिन जब से डीएमटी प्रशिक्षण मिला है, तब से अत्याधुनिक तकनीक के सहारे बेहतर काम कर पा रही हूं. सबसे बेहतर बात यह है कि हमारे काम से लोग भी संतुष्ट हो जा रहे हैं. इससे हमें काफी खुशी मिलती है.
अब तक सैकड़ों हाइपरटेंशन पीड़ित मरीजों की कर चुकी हैं पहचान:
मंजू वर्मा पिछले एक साल के दौरान सैकड़ों हाइपरटेंशन से पीड़ित मरीजों की पहचान कर चुकी हैं. इसके अलावा वह सामान्य लोगों को भी इससे बचने की सलाह देती हैं. साथ में इससे बचने के लिए जीवनशैली में किस तरह का बदलाव लाना चाहिए, इसकी जानकारी वह आमलोगों को देती हैं. साथ ही संदिग्ध मरीजों की जांच के जरिए पहचान भी करती हैं. जांच में अगर हाइपरटेंशन होने की पुष्टि हो जाती है तो उसका इलाज शुरू करवाती हैं.
हाइपरटेंशन से बचने के लिए दिनचर्या में लाना होगा बदलाव:
मंजू वर्मा कहती हैं कि अगर आप अपने दिनचर्या में बदलाव ले आते हैं तो आप हाइपरटेंशन की बीमारी से पूरी तरह से मुक्त हो सकते हैं. इसके लिए खानपान का विशेष ध्यान रखना होगा. नींद पूरी करनी होगी. समय पर सोने की और जगने की आदत डालनी होगी. इसके अतिरिक्त सुबह कम-से-कम से कम 45 मिनट तक तेज कदमों से चलना पड़ेगा. अगर आप इन आदतों को अपनी जीवनशैली में शामिल कर लेंगे तो आप हाइपरटेंशन से बचे रहेंगे.
डीएमटी प्रशिक्षण के बाद एएनएम की दक्षता बढ़ी:
सन्हौला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ मृत्युंजय कुमार का कहना है कि वैसे तो हमारे अस्पताल की सभी एएनएम अपने क्षेत्र में बेहतर काम कर रही हैं. डीएमटी प्रशिक्षण के बाद निश्चित तौर पर सभी की दक्षता बढ़ी है. अब वह अपने काम को बेहतर तरीके से कर पा रही हैं. मंजू वर्मा ने तो हाइपोटेंशन के मरीजों की पहचान का एक रिकॉर्ड कायम किया है. इतने कम समय में इतने ज्यादा मरीजों की पहचान करना अपने आप में किसी उपलब्धि से कम नहीं है. सबसे रोचक बात यह है कि इसका फायदा क्षेत्र के लोगों को मिल रहा है, जिससे स्वास्थ सेवाओं में काफी सुधार हो रहा है