टीएमबीयू स्वास्थ्य केंद्र पर 110 लोगों ने लगवाए टीके
कोविशील्ड और को-वैक्शीन दोनों तरह के टीके दिए गए
कोविड सेल के अनुरोध पर वैक्सीन वैन करायी उपलब्ध
भागलपुर-
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) स्वास्थ्य केन्द्र पर शुक्रवार को टीएमबीयू कोविड सेल, केयर इंडिया और स्वास्थ्य विभाग की ओर से शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मियों और उनके परिवार के सदस्यों सहित छात्र-छात्राओं को कोरोना महामारी से बचाव के लिए टीका लगाया गया। टीएमबीयू कोविड सेल के अनुरोध पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से टीएमबीयू को वैक्सीन वैन उपलब्ध करायी गयी थी । टीएमबीयू के स्वास्थ्य केंद्र में 18 वर्ष से ऊपर के सभी आयु वर्ग के लोगों को टीका लगाया गया। शुक्रवार को कुल 110 लोगों को टीका लगाया गया। इस दौरान लोगों को कोविशील्ड और को-वैक्सीन दोनों ही टीका दिया गया। इसमें दूसरी डोज लेने वाले लोग भी शामिल रहे। टीका के लिए आने वाले लोगों को स्वास्थ्य केंद्र के गेट पर पहले सैनिटाइज किया गया। इसके बाद लोगों को अंदर जाने दिया गया।
टीएमबीयू के पीआरओ डॉ. दीपक कुमार दिनकर ने बताया कि कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता, टीएमबीयू कैम्पस को कोविड फ्री कैम्पस बनाने को लेकर सभी जरूरी और ठोस कदम उठा रही हैं। उन्होंने कहा कि टीएमबीयू को कोविड फ्री कैम्पस बनाने के लिए वह कृत संकल्पित हैं। शिक्षक, कर्मी और छात्र टीका जरूर लें।
टीकाकरण को सफल बनाने के लिए डीएसडब्ल्यू व कोविड सेल के संयोजक, एनएसएस कॉर्डिनेटर, जनसम्पर्क पदाधिकारी व सेल के सदस्यों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। टीकाकरण कार्यक्रम में एनएसएस ने भी सहयोग किया।
डीईओ ने मांगी सूची: उधर, जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) संजय कुमार सिंह ने जिले में टीका नहीं लेने वाले शिक्षकों और रसोइयों की सूची प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से मांगी है। उन्होंने बताया कि जिले के 80 प्रतिशत शिक्षकों और रसोइयों ने कोरोना का टीका ले लिया है। 20 प्रतिशत अभी बाकी हैं । सभी का टीकाकरण कराना है। रसोइया स्कूल में खाना बनाती हैं । उसे भी टीका लेना जरूरी है। अगर कोई भी व्यक्ति टीका लेने से वंचित रह जाएगा तो कोरोना का खतरा बना रहेगा। इसलिए सभी का टीकाकरण कराया जाएगा।
चलाया जाएगा जागरूकता कार्यक्रम: डीईओ ने कहा कि जिन लोगों ने टीका नहीं लिया है, उनकी सूची सिविल सर्जन को उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि अधिकतर शिक्षकों और रसोइयों ने गंभीर बीमारी का कारण बताते हुए टीका नहीं लिया है। इसलिए उनलोगों को जागरूक किया जाएगा कि टीका लेने से किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होगा। उनके मन में उपजे भ्रम को दूर किया जाएगा। इस काम में स्वास्थ्य विभाग से भी मदद ली जाएगी।