नवजात शिशु की स्वास्थ्य जाँच को लेकर चिकित्सकों को दिया जाएगा प्रशिक्षण
– विश्व स्वास्थ्य दिवस पर खास ; -आरबीएसके अंतर्गत 25 और 26 अप्रैल को पटना में दिया जाएगा प्रशिक्षण
– राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने पत्र जारी कर सभी सिविल सर्जन को दिए आवश्यक निर्देश
लखीसराय, 06 अप्रैल।
गुरुवार, 07 अप्रैल को पूरी दुनिया के साथ-साथ जिले में भी विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाएगा। इस अवसर पर स्वास्थ्य से संबंधित विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन कर जहाँ लोगों को स्वस्थ समाज निर्माण के लिए जागरूक किया जाएगा। वहीं, सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध सुविधाओं और सरकार द्वारा जनहित में चलाई जा रही स्वास्थ्य से संबंधित विभिन्न योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। इसी कड़ी में लोगों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना सुनिश्चित करने को लेकर जिले के चिकित्सकों को नवजात की समुचित स्वास्थ्य जाँच से संबंधित राज्यस्तरीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण आरबीएसके (राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम) के अंतर्गत प्रसव केंद्रों पर जन्म लेने वाले नवजात की स्क्रीनिंग के संबंधित विषय पर पटना स्थित एक निजी होटल में 25 और 26 अप्रैल को दिया जाएगा। प्रशिक्षण के सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर प्रदेश के सभी सिविल सर्जन को आवश्यक निर्देश दिए हैं। जिसमें आरबीएसके अंतर्गत प्रसव केंद्रों पर नवजात शिशु की समुचित स्वास्थ्य जाँच से संबंधित आयोजित होने वाले दो दिवसीय प्रशिक्षण में अपने-अपने जिले के सभी प्रतिभागियों को भेजना सुनिश्चित कराने को कहा है।
– नवजात के स्वस्थ शरीर निर्माण के लिए बेहतर पहल :
सिविल सर्जन डाॅ देवेन्द्र चौधरी ने बताया, नवजात शिशु के जन्म के समय ही समुचित और आवश्यक जाँच सुनिश्चित कराने को लेकर उक्त प्रशिक्षण का आयोजन किया जाएगा। जिसमें सभी प्रतिभागियों को नवजात के समुचित स्वास्थ्य जाँच से संबंधित विस्तृत जानकारी दी जाएगी। ताकि सभी प्रशिक्षण प्राप्त प्रशिक्षणार्थी नवजात का सुविधाजनक तरीके से समुचित और आवश्यक स्वास्थ्य जाँच कर जरूरी चिकित्सा परामर्श दे सकें। इससे ना सिर्फ स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर होगी बल्कि, नवजात की परेशानी की भी शुरुआती दौर में पहचान होगी। दरअसल, बच्चा ही देश का भविष्य होता है। इसलिए, नवजात को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए यह निर्णय लिया गया है।
– जिले के दो चिकित्सकों और केयर इंडिया के एक कर्मी को दिया जाएगा प्रशिक्षण :
आरबीएसके कंसल्टेंट डाॅ शिवशंकर कुमार ने बताया, उक्त प्रशिक्षण में जिले के दो चिकित्सक और एक केयर इंडिया के कर्मी शामिल होंगे। जिसमें चिकित्सक के रूप में एक शिशु रोग विशेषज्ञ, एक प्रसूती एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं एक केयर इंडिया के कर्मी का जिला स्तर पर चयन कर प्रशिक्षण में भेजा जाएगा। वहीं, उन्होंने बताया, प्रशिक्षण प्राप्त करने बाद तीनों प्रतिभागी जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में लेबर वार्ड में तैनात एएनएम / जीएनएम को प्रशिक्षित करेंगे। ताकि नवजात को बेहतर तरीके से समुचित स्वास्थ्य जाँच सुनिश्चित हो सके और किसी अनावश्यक परेशानियाँ का सामना नहीं करना पड़े।