फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की सफलता को लेकर आशा कार्यकर्ताओं को दिया गया प्रशिक्षण
- जिले के चौथम सीएचसी में स्वास्थ्य विभाग एवं केयर इंडिया द्वारा संयुक्त रूप से दिया गया प्रशिक्षण
- बारी-बारी से जिले के सभी आशा कार्यकर्ताओं को दी जाएगी ट्रेनिंग
खगड़िया-
जिले में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए एमडीए (मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) अभियान की सफलता को लेकर शुक्रवार को चौथम सीएचसी में आशा में आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण स्वास्थ्य विभाग एवं केयर इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में दिया गया । जिसमें प्रखंड की सभी आशा कार्यकर्ता शामिल हुईं। प्रशिक्षण केयर इंडिया के प्रखंड प्रबंधक करण कुमार एवं बीसी-भीएल श्रवण कुमार के द्वारा दिया गया। इस दौरान पीसीआई के प्रखंड समन्वयक राकेश कुमार भी मौजूद रहे। प्रशिक्षण में प्रशिक्षक द्वारा आशा कार्यकर्ताओं को उक्त अभियान को सफल बनाने के लिए विस्तृत जानकारी दी गई एवं इस बीमारी पर रोकथाम एवं इससे बचाव के लिए लोगों को दी जाने वाली जानकारियाँ को भी बताया गया। ताकि उक्त अभियान का हर हाल में सफल क्रियान्वयन हो सके और लोग दवाई खाने से वंचित नहीं रहे।
- गृह भेंट के तहत घर-घर जाकर लोगों के बीच दवा वितरण करेंगी आशा कार्यकर्ता :
केयर इंडिया के प्रखंड प्रबंधक करण कुमार ने बताया, 20 सितंबर से जिले में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए एमडीए अभियान की शुरुआत होगी। अभियान की सफलता को लेकर संबंधित क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता अपने पोषक क्षेत्र में गृह भेंट की तर्ज पर घर-घर जाकर योग्य व्यक्तियों के बीच अलबेंडाजोल एवं डीईसी की दवाएं वितरित करेंगी और अपने सामने में दवा खिलाना सुनिश्चित करेंगी। वहीं, उन्होंने बताया, उक्त दवा गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति के अलावा दो वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों को छोड़कर शेष सभी लोगों को आशा कार्यकर्ताओं द्वारा खिलाई जाएगी। साथ ही इस बीमारी से बचाव के लिए आवश्यक जानकारी देते हुए जागरूक किया जाएगा। कोविड प्रोटोकॉल का पालन के साथ लोगों को दवाई खिलाई जाएगी और कोविड से बचाव एवं वैक्सीनेशन के प्रति भी लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसको लेकर प्रशिक्षण के दौरान भी आशा कार्यकर्ता को विस्तृत जानकारी दी गई है। वहीं, उन्होंने बताया, 2 से 5 साल तक के बच्चों को 100 मिलीग्राम की डीईसी एवं 400 मिलीग्राम अलबेंडाजोल की एक-एक गोली, 6 से 14 साल तक के किशोरों को डीईसी की दो एवं अलबेंडाजोल की एक गोली एवं 15 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को डीईसी की तीन गोलियां एवं अलबेंडाजोल की एक गोली खिलायी जानी है। इस दौरान इस बात का ख्याल रखना है कि किसी व्यक्ति को खाली पेट दवाई नहीं खिलानी है। - दो बैच में 140 आशा और 07 फैसिलिटेटर को दिया गया प्रशिक्षण :
प्रशिक्षक सह केयर इंडिया के बीसी-भीएल श्रवण कुमार ने बताया, उक्त प्रशिक्षण दो बैच में कुल 140 आशा कार्यकर्ताओं को दिया गया। जिसमें एक बैच में 80 आशा और 04 फैसिलिटेटर एवं दूसरे बैच में 60 आशा एवं 03 फैसिलिटेटर शामिल हुई।, उन्होंने बताया कि बारी-बारी से निर्धारित तिथि के अनुसार जिले की सभी आशा कार्यकर्ताओं को यह प्रशिक्षण दिया जाएगा। - बचाव के लिए दवाई का सेवन जरूरी :
पीसीआई के प्रखंड समन्वयक राकेश कुमार ने बताया, इस बीमारी से बचाव के लिए दवाई के साथ-साथ एहतियात भी जरूरी है। इसलिए, अभियान के दौरान योग्य व्यक्तियों को दवाई तो खिलाई ही जाएगी इसके अलावा इस बीमारी से बचाव के लिए लोगों को आवश्यक जानकारी भी दी जाएगी। जैसे कि, घर के आस-पास गंदगी जमा नहीं होने दें एवं घरों में सोने से पहले मच्छरदानी का उपयोग करें। साथ ही अन्य लोगों को दवा सेवन के प्रति जागरूक भी करें, ताकि फाइलेरिया जैसी बीमारी जड़ से समाप्त हो सके। इस बीमारी को पूरी तरह से मिटाने के लिए जागरूकता भी बेहद जरूरी है। - इन मानकों का करें पालन और कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर :
- मास्क का उपयोग और शारीरिक दूरी का पालन जारी रखें।
- बारी आने पर निश्चित रूप से वैक्सीनेशन कराएं और दूसरों को भी प्रेरित करें।
- विटामिन-सी युक्त पदार्थों का अधिक सेवन करें।
- नियमित तौर पर लगातार साबुन या अल्कोहल युक्त पदार्थों से अच्छी तरह हाथ धोएं।
- साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें और सैनिटाइजर का उपयोग करें।