फ्रंटलाइन वर्करों को चार केंद्रों पर और स्वास्थ्यकर्मियों को 11 केंद्रों पर लगे टीके
-फ्रंटलाइन वर्करों के लिए नगर निगम में बढ़ाए गए दो और केंद्र
-कोरोना टीकाकरण के दौरान गाइडलाइन का भी किया जा रहा पालन
भागलपुर, 9 फरवरी
जिले में कोरोना टीकाकरण जारी है. पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को टीके पड़े तो दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्करों को पड़ रहे हैं. मंगलवार को फ्रंटलाइन वर्करों के लिए नगर निगम में दो और केंद्र बढ़ा दिए गए. इस तरह से अब जिले के चार केंद्रों पर फ्रंटलाइन वर्करों को कोरोना के टीके पड़ रहे हैं. वहीं पहले चरण में छूट गए स्वास्थ्यकर्मियों को भी जिले के अन्य 11 केंद्रों पर कोरोना के टीके पड़े. इस दौरान कोरोना की गाइडलाइन का पालन किया गया.
मैसेज नहीं भी आया है तो टीका लगवाने के लिए जाएं:
टीकाकरण के दौरान कुछ मामले ऐसे भी सामने आ रहे हैं जिनका नाम तो रजिस्टर्ड है, लेकिन उनको तकनीकी समस्या की वजह से मैसेज नहीं आ रहा है. ऐसे लोग भी केंद्र पर टीका लेने के लिए जा सकते हैं. साथ में पैन कार्ड और आधार कार्ड लेकर जाना पड़ेगा. केंद्र पहुंचने पर आपका नाम वहां पर तैनात कर्मी मिलाएगा. पहचान मिल जाने के बाद आपको कोरोना का टीका पड़ जाएगा. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मनोज कुमार चौधरी ने बताया कि अगर इस तरह की समस्या आती है तो वह बेझिझक टीका लेने के लिए केंद्र पर पहुंचें. ऐसे लोगों की जांच के बाद पैन कार्ड और आधार कार्ड से उनकी पहचान को मिलाया जाएगा. सब कुछ सही रहने पर ऐसे व्यक्तियों को टीका दे दिया जाएगा.
टीका लेने में नहीं करें संकोच:
डॉ चौधरी ने बताया कि कोरोना का टीका पूरी तरह से सुरक्षित है. इसे लेने से कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है. टीकाकरण के बाद ज आधे घंटे तक व्यक्ति की निगरानी की जाती है. इसलिए किसी भी तरह का संकोच नहीं करें. टीका लेने के बाद आपकी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और आप कोरोना के भय से मुक्त हो जाएंगे.
कोरोना की गाइडलाइन का पालन अवश्य करें:
डॉ. चौधरी ने बताया कि कोरोना की गाइडलाइन का पालन हर हाल में करना है. टीका लेने वाले भी और नहीं लेने वाले भी. कोरोना एक संक्रामक बीमारी है. इस वजह से सावधानी बेहद जरूरी है. टीका लेने वाले व्यक्ति सुरक्षित जरूर हो गए हैं, लेकिन टीका नहीं लेने वाले व्यक्ति में संक्रमण की संभावना का खतरा रहेगी. इस वजह से सभी लोग सामाजिक दूरी का पालन करें और मास्क लगाएं.
ऐसी स्थिति में न लें टीका:
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा यह आश्वस्त किया गया है कि कोविड टीकाकरण पूरी तरह सुरक्षित और असरदार है. टीके जल्द बनाए गए हैं, लेकिन पूरे नियमों का पालन किया गया ताकि यह सुरक्षित हो. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है जिन लोगों की दवा या किसी प्रकार के खाने की एऐलर्जी है,वह यह टीका न लगवाएं. गर्भवती, धात्री या ऐसी महिलायें जिन्हें जिन्हे गर्भवती होने की संभावना लग रही है उनको भी यह टीका नहीं लगवाया चाहिए. यह टीका 18 वर्ष से कम काम की उम्र के बच्चों के लिए भी नहीं है