भागलपुर और बांका की एएनएम को कॉपर टी लगाने का दिया जा रहा प्रशिक्षण
-स्वास्थ्य प्रबंधन की क्षेत्रीय ईकाई की ओर से प्रशिक्षण का किया जा रहा आयोजन
-दोनों जिलों के अलग-अलग प्रखंडों की छह-छह एएनएम प्रशिक्षण में हुईं शामिल
भागलपुर, 22 मार्च-
परिवार नियोजन को लेकर स्वास्थ्य विभाग लगातार अभियान चलाते रहता है। अंतरा, छाया और कॉपर टी यानी कि अस्थाई संसाधनों के इस्तेमाल को लेकर लोगों को लगातार जागरूक किया जा रहा है। इसी सिलसिले में प्रशिक्षण कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाता है। अभी स्वास्थ्य प्रबंधन की क्षेत्रीय ईकाई की ओर से सदर अस्पताल स्थित क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र में एएनएम को प्रशिक्षण देने का काम किया जा रहा है। पांच दिवसीय प्रशिक्षण का मंगलवार को दूसरा दिन था। प्रशिक्षण में भागलपुर और बांका के अलग-अलग प्रखंडों की छह-छह एएनएम भाग ले रही हैं। प्रशिक्षण देने का काम जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल की डॉ. सीमा सिन्हा और भागलपुर सदर अस्पताल की डॉ. अल्पना मित्रा कर रही हैं।
प्रशिक्षण के दौरान एएनएम को कॉपर टी लगाने के विभिन्न तरीकों के बारे में बताया जा रहा है। मंगलवार को उन्हें पीपीआईयूसीडी, आईयूसीडी और पीएआईयूसीडी के बारे में बताया गया। इस दौरान मास्टर ट्रेनर ने बताया कि पीपीआईयूसीडी डिलीवरी के 48 घंटे के बाद लगाया जाता है। जबकि आईयूसीडी डिलीवरी के 42वें दिन लगाया जाता है। इसी तरह पीआईयूसीडी गर्भपात के बाद लगाया जाता है। इस दौरान एएनएम को कितने दिनों तक गर्भपात कानूनन वैध है, इसकी भी जानकारी दी गई। मास्टर ट्रेनर डॉ. सीमा सिन्हा ने बताया कि सभी लोगों को कॉपर टी लगाने के बारे में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पहले इनलोगों को वीडियो दिखाकर तरीके के बारे में जानकारी दी जा रही है। इसके बाद जो भी सवाल बनते हैं, उसका जवाब दिया जा रहा है। इसके साथ-साथ कॉपर टी लगाने के दौरान आने वाली परिस्थितियों के बारे में भी उन्हें अवगत कराया गया। जब इनलोगों का प्रशिक्षण समाप्त हो जाएगा, तब ये लोग अपने क्षेत्र में जाकर इस पर अमल करेंगी।
अस्थाई संसाधनों के इस्तेमाल पर जोरः वहीं मास्टर ट्रेनर डॉ. अल्पना मित्रा ने बताया कि परिवार नियोजन के अस्थायी संसाधनों के अधिक से अधिक इस्तेमाल पर जोर दिया जा रहा है। इसे लेकर लगातार जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। लोगों को समझाया जा रहा है कि इससे किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होता है। अस्थायी संसाधनों का इस्तेमाल कर लोग परिवार नियोजन पर काम करें। इससे लोगों का जीवन भी खुशहाल रहता है। साथ में जच्चा और बच्चा तो स्वस्थ रहता ही है। इसी मकसद से भागलपुर और बांका की एएनएम को कॉपर टी लगाने का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान आशा के प्रमंडल समन्वयक कुणाल कुमार और केयर इंडिया के परिवार नियोजन के जिला समन्वयक आलोक कुमार भी मौजूद थे। प्रशिक्षण अभी तीन दिन और चलेगा और शुक्रवार को इसका समापन होगा।