भुगतान के लिए लाभुकों को चक्कर नहीं काटना पड़ेगा, सीधे खाते में जाएगी राशि
-दो दिवसीय सिंगल नोडल अकाउंट प्रशिक्षण का हुआ समापन,
-पटना से राज्य स्वास्थ्य समिति के अधिकारियों ने दी ट्रेनिंग
भागलपुर, 29 अप्रैल –
स्वास्थ्य सेवा के तहत अब लाभुकों के खाते में डायरेक्ट राशि जाएगी। इसके लिए लाभुकों को अस्पतालों और कार्यालयों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। इतना ही नहीं, स्वास्थ्यकर्मियों और अस्पतालों की जरूरतों के लिए भी राशि का सीधा खाते में भुगतान किया जाएगा। इसके लिए क्षेत्रीय कार्यालय या फिर अन्य कार्यालय नहीं आना पड़ेगा। इसे लेकर दो दिवसीय शिविर का शुक्रवार को समापन हो गया। राज्य स्वास्थ्य समिति के अधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये जिले के अधकारियों और अकाउंटस से जुड़े लोगों को ट्रेनिंग दी। ट्रेनिंग में सिंगल नोडल अकाउंट (एसएनए) की प्रक्रिया के बारे में बताया गया। इसके तहत तीन भाग में काम होगा। सबसे पहले डिस्ट्रिक्ट अकाउंट मैनेजर (डैम) इसका निर्माण कर ओटीपी सेट करेंगे। इसके बाद डीपीएम इसकी जांच कर ओटीपी सेट करेगे। सबसे आखिर में सिविल सर्जन चेक कर ओटीपी डालेंगे, तब भुगतान हो जाएगा।
यह प्रक्रिया लागू हो जाने के बाद लाभुकों को चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। पहले पब्लिक फाइनेंस मैनेजमेंट सिस्टम (पीएफएमएस) के जरिये भुगतान होता था, जिसमें मैनुअल तरीके से काम होता था। अब एसएनए के तहत काम होगा। सारा कामकाज ऑनलाइन होगा। ट्रेनिंग में क्षेत्रीय निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं भागलपुर, सिविल सर्जन, आरपीएम समेत कई अकाउंट से जुड़े कई लोग शामिल हुए। ट्रेनिंग के दौरान उन्हें भुगतान को लेकर नई प्रक्रिया के बारे में अवगत कराया गया।
ट्रेनिंग सत्र को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं, भागलपुर डॉ. अजय कुमार सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा को लोगों के लिए फ्रेंडली बनाया जा रहा है। इसे लेकर लगातार पहल की जा रही है। इसमें भुगतान सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है। अगर समय से भुगतान हो जाता है तो लाभुकों को इसका बेहतर फायदा मिलता है। इसलिए प्रक्रियाओं की जटिलता को खत्म किया जा रहा है। दस्तावेजों की ऑनलाइन ही जांच होगी और उसे अप्रूवल मिल जाएगा। यदि कोई कमी होगी तो उसे ठीक करने की सलाह भी ऑनलाइन ही दी जाएगी। कमियों को दोबारा दुरुस्त करने के बाद उसे फिर से भेजने पर अप्रूव कर दिया जाएगा।
सिविल सर्जन डॉ. उमेश कुमार शर्मा ने कहा कि इसी तरह लाभुकों के खाते में भी सीधी राशि जाएगी। उन्हें भी दफ्तरों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। लाभुकों को नजदीकि अस्पतालों में जाकर अपना विवरण ऑनलाइन कराना होगा। विवरण ऑनलाइन होने के साथ ही उन्हें राशि मिल जाएगी। ठीक इसी तरह स्वास्थ्यकर्मियों को भी प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाएगा। ट्रेनिंग के दौरान डैम विकास कुमार, आशा के क्षेत्रीय समन्वयक कुणाल कुमार और क्षेत्रीय लेखपाल विजय कुमार राम भी मौजूद थे।