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मुंगेर के तीन प्रखंडों के 45 स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर ई.संजीवनी टेलीमेडिसिन सेवा शुरू

– जिले के सदर प्रखंड क्षेत्र के 21, जमालपुर प्रखंड क्षेत्र के 13 और बरियारपुर प्रखंड क्षेत्र के 11 उप स्वास्थ्य केंद्रों पर एएनएम के द्वारा दी जा रही ई. संजीवनी टेलीमेडिसिन सेवा
– सदर अस्पताल सहित जिले के विभिन्न पीएचसी पर कार्यरत छह डॉक्टरों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चिकित्सकीय परामर्श को चुना गया

मुंगेर –

जिले के तीन प्रखंडों सदर प्रखंड, जमालपुर और बरियारपुर प्रखंड के 21, 13 और 11 स्वास्थ्य उप केंद्रों पर सोमवार से ई. संजीवनी टेलीमेडिसिन सेवा की शुरुआत की गई। इस सेवा के माध्यम से प्रखंड क्षेत्र के उप स्वास्थ्य केंद्र पर एएनएम 4 जी सेवा से युक्त अनमोल टैब पर मरीज का नाम, पता और उसकी परेशानी रजिस्टर्ड करने के बाद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से टेलीमेडिसिन हब से जुड़े डॉक्टर से ऑनलाइन चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त कर रही हैं | साथ ही बीमारी के इलाज के लिए डॉक्टर की प्रिस्क्रीप्शन की सॉफ्ट कॉपी या पीओएस( पॉइंट ऑफ सेल) प्रिंटर मौजूद रहने पर हार्ड कॉपी भी मरीज को उपलब्ध करवाती हैं । मालूम हो कि रविवार को राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ई. संजीवनी टेलीमेडिसिन सर्विस सहित अश्विन वेब पोर्टल, वंडर एप्प सहित कई सेवाओं की ऑनलाइन शुरुआत की थी। इसके साथ ही राज्य के 1700 स्वास्थ्य केंद्रों पर ई. संजीवनी टेलीमेडिसिन सेवा शुरू करने के साथ ही ओपीडी सेवा के साथ ई. प्रिस्क्रीप्शन की प्रिन्टिंग करने की भी व्यवस्था की गई है ।

मुंगेर के डिस्ट्रिक्ट प्रोग्रामिंग कोर्डिनेटर ( डीपीसी) विकास कुमार ने बताया कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के उप स्वास्थ्य केंद्र ( हेल्थ सब सेंटर) पर ग्रामीणों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से एएनएम के माध्यम से टैब के जरिये टेलीमेडिसिन हब से जुड़े डॉक्टरों के साथ ऑनलाइन चिकित्सकीय परामर्श के साथ इलाज किया जाना है। प्रथम चरण में सोमवार से जिले के तीन प्रखंडों के 45 उप स्वास्थ्य केंद्रों पर ई. संजीवनी टेलीमेडिसिन सेवा के तहत ऑनलाइन तरीके से डॉक्टर और मरीज के साथ सीधा संवाद स्थापित कर सलाह के साथ इलाज व दवाओं से सम्बंधित प्रिस्क्रिप्शन की हार्ड और सॉफ्ट कॉपी उपलब्ध कराई गई। उन्होंने बताया कि सप्ताह में तीन दिन सोमवर, गुरुवार और शनिवार को सुबह 09 बजे से 02 बजे तक जिले भर से चुने गए छह डॉक्टरों के साथ तीन प्रखंडों के 45 एचएससी से एएनएम टैब के जरिये ऑनलाइन मरीजों के चिकित्सकीय परामर्श के साथ इलाज का प्रिस्क्रीप्शन प्राप्त करेंगी।

टेलीमेडिसिन सर्विस हब से जुड़े जिले के छह नामी- गिरामी डॉक्टर ऑनलाइन करेंगे मरीजों का इलाज :
डीपीसी विकास कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. रौशन, डॉ. असीम , बरियारपुर पीएचसी के डॉ. अनिल कुमार, संग्रामपुर पीएचसी के डॉ. हसन सबा, हवेली खड़गपुर पीएचसी के डॉ. अंकित एवं जमालपुर पीएचसी के डॉ. संजय कुमार सुमन ई. संजीवनी टेलीमेडिसिन सर्विस के तहत ऑनलाइन तरीके से मरीजों का इलाज करेंगे।

ई. संजीवनी टेलीमेडिसिन को ले 28 जनवरी को जिले भर में किया गया था ड्राई रन :
उन्होंने बताया कि जिले में ई. संजीवनी टेलीमेडिसिन सर्विस की लॉन्चिंग को ले पिछले महीने के 28 जनवरी को जिले भर में ड्राई रन का आयोजन किया गया था। बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा 21 जनवरी को जारी पत्र के अनुसार वैसे स्वास्थ्य उपकेंद्र (एचएससी) जो स्पोक के रूप में चिह्नित किये गए है वहां पीओएस ( पॉइंट ऑफ सेल) पर प्रिंटर लगाना है। इसके साथ ही वहां बिजली और इंटरनेट की सुविधा सुनिश्चित करानी है। इसके तहत जिले के दो स्वास्थ्य उप केंद्र बरियारपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत कल्याणपुर करहरिया और सदर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत हसनपुर में प्रिंटर इंस्टॉल किया गया।

क्या है ई. संजीवनी टेलीमेडिसिन ऑनलाइन पोर्टल ?
उन्होंने बताया कि यह एक स्वत्रंत ब्राउज़र आधारित एप्लीकेशन है| जिसमें डॉक्टर से डॉक्टर और मरीज से डॉक्टर टेलीफोन आधारित चिकित्सकीय परामर्श देने की सुविधा है । यहां मरीज डॉक्टर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपनी समस्याओं/ बीमारी के बारे में बता सकते हैं ।
इसके तहत ई.संजीवनी टेलीमेडिसिन एप्प में लॉगिन करने के बाद केस जेनरेट कर हब से जुड़े डॉक्टर से परामर्श करना है| साथ ही सभी केस में प्रिस्क्रीप्शन जेनरेट करना भी अनिवार्य है, अन्यथा केस पोर्टल पर क्लोस नहीं होगा। इसके साथ ही जिस एचएससी पर प्रिंटर उपलब्ध है वहां प्रिंट निकालना और जहां उपलब्ध नहीं है वहां सॉफ्ट कॉपी तैयार करना अनिवार्य है। इस एप्प पर काम करने के लिए एएनएम के पास अनमोल टैब, 4 जी सिम,गूगल क्रोम, गूगल इंडिक के साथ ही रेडी रेकनर का होना आवश्यक है| साथ ही डॉक्टर के पास हेड फोन, वेब कैमरा और रेडी रेकनर का होना आवश्यक है।

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