राज्य

मुंगेर जिले में एक से सात अगस्त तक आयोजित होगा विश्व स्तनपान सप्ताह

-जिला से ग्रामीण स्तर तक होंगे विविध कार्यक्रम, किया गया है बजट का प्रावधान
-प्रोटेक्ट ब्रेस्ट फीडिंग : ए शेयर रेस्पोंसबलिटी थीम पर मनाया जाएगा वर्ल्ड ब्रेस्टफीडिंग वीक

मुंगेर-

इस वर्ष “प्रोटेक्ट ब्रेस्ट फीडिंग : ए शेयर रेस्पोंसबलिटी ” की थीम पर “वर्ल्ड ब्रेस्टफीडिंग वीक” मनाया जाएगा। इस दौरान एक से सात अगस्त तक आयोजित होने वाले ‘विश्व स्तनपान सप्ताह’ के दौरान जिला स्तर, प्रखण्ड स्तर से लेकर ग्रामीण स्तर तक विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा जिला एवं प्रखण्ड स्तर पर आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रम के लिए बजट के रूप में चार और तीन हज़ार रुपये का प्रावधान किया गया है। ग्रामीण स्तर पर आशा के द्वारा घर-घर जाकर जागरूक करने के लिए मां कार्यकम के तहत उन्हें इंसेंटिव मिलेगा।
जिला स्तर पर 1 से 3 अगस्त के दौरान वेबिनार आयोजित होंगे –
जिला स्वास्थ्य समिति मुंगेर के जिला कार्यक्रम समन्वयक (डीपीसी) और विश्व स्तनपान सप्ताह के दौरान आयोजित होने कार्यक्रम के नोडल अधिकारी विकास कुमार ने बताया कि जिला स्तर पर 1 से 3 अगस्त के दौरान आयोजित किए जाने वाले वेबिनार में जिलाधिकारी, सिविल सर्जन, आईसीडीएस की डीपीओ, सीडीपीओ, जिले के विभिन्न सीएचसी और पीएचसी के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के अलावा वैसे निजी नर्सिंग होम जहां संस्थागत प्रसव की सुविधा उपलब्ध हो के प्रतिनिधि और डेवलपमेन्ट पार्टनर (एनजीओ) के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इस वेबिनार में स्तनपान का महत्व और शिशु के सरवाइवल में स्तनपान की भूमिका पर चर्चा होगी। इसके साथ ही सी सेक्शन और नार्मल डिलीवरी से जन्म लेने वाले शिशु के लिए जन्म के कुछ ही देर बाद स्तनपान शुरू कराने से होने वाले लाभ के बारे में चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही कंगारू मदर केयर और स्किन टू स्किन कॉन्टेक्ट से होने वाले लाभ और छह महीने तक शिशु को सिर्फ और सिर्फ स्तनपान कराने के फायदे के बारे में वेबिनार में चर्चा होगी।
1 से 7 अगस्त तक स्तनपान के बारे में आवश्यक जानकारी दी जाएगी-
उन्होंने बताया कि 1 से 7 अगस्त तक जिला अस्पताल के साथ -साथ प्रखण्ड स्तर पर सभी रेफ़रल अस्पताल, सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अलावा पोषण पुनर्वास केंद्र के मैटरनिटी वार्ड और ओपीडी के पास वीडियो प्रसारित कर स्तनपान के बारे में आवश्यक जानकारी दी जाएगी । इस कार्यक्रम में सभी गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के अलावा इनके साथ अस्पताल और एनआरसी आने वाले परिवार के सदस्य शामिल होंगे। इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में एएनएम और आशा कार्यकर्ता महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगी।
आशा कार्यकर्ता गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को स्तनपान कराने से होने वाले लाभ से अवगत कराएगी-
उन्होंने बताया कि ग्रामीण स्तर पर आरोग्य दिवस बुधवार और शुक्रवार के दिन स्वास्थ्य केंद्र और आंगनबाड़ी केंद्र पर अपने- अपने क्षेत्र से आने वाली सभी गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को आशा कार्यकर्ता स्तनपान कराने से होने वाले लाभों के बारे में विस्तार से बताएगी| ताकि सभी महिलाएं अपने -अपने शिशु को छह महीने तक अपना स्तनपान कराकर उसे आरोग्य प्रदान कर सके। इसके साथ ही ग्रामीण स्तर पर ही आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर सभी गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं से मिल कर उन्हें कंगारू मदर केयर तकनीक और छह महीने तक सिर्फ और सिर्फ स्तनपान कराने से होने वाले लाभ से अवगत कराएगी।

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