मुंगेर में 27 जून से 24 जुलाई के बीच दो चरणों में आयोजित होगा विश्व जनसंख्या दिवस अभियान
- 11 जुलाई को प्रति वर्ष मनाया जाता है विश्व जनसंख्या दिवस
- ” आपदा में भी परिवार नियोजन की तैयारी, सक्षम राष्ट्र और परिवार की पूरी जिम्मेदारी ” थीम पर आयोजित किया जाएगा अभियान
मुंगेर , 24 जून| प्रतिवर्ष 11 जुलाई को मनाया जाने वाला विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर इस वर्ष 27 जून से 10 जुलाई और 11 जुलाई से 24 जुलाई तक दो चरणों में विश्व जनसंख्या दिवस अभियान आयोजित किया जाएगा । इस संबंध में भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की अपर सचिव और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन निदेशक वंदना गुरनानी ने देश के सभी जिलों के जिलाधिकारी और सिविल सर्जन को एक चिट्ठी जारी की है। पत्र में उन्होंने बताया है कि पिछले 11 वर्षों से यह देखा गया है कि फैमिली प्लानिंग सर्विस की डिलीवरी के साथ ही इसके प्रति इन्फॉर्मेशन, एजुकेशन और कम्युनिकेशन( आईईसी) के साथ-साथ एडवोकेसी की दिशा में भी बहुत अच्छा काम हुआ है। इस समय जब पूरा देश कोरोना महामारी के मध्य स्थिति से गुजर रहा है उस वक्त प्रजनन स्वास्थ्य सेवाओं (रिप्रोडक्टिव हेल्थ सर्विसेज) का महत्व काफी अधिक बढ़ जाता है। इसके तहत न सिर्फ अनचाहे गर्भ (अनवांटेड प्रेग्नेंसी) को बल्कि पूरे मैटरनल और न्यू बोर्न केयर को कवर करना है। पिछले वर्ष विश्व जनसंख्या दिवस कार्यक्रम के बेहतर रिस्पांस को देखते हुए इस वर्ष दो चरणों में विश्व जनसंख्या दिवस अभियान आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।
27 जून से 10 जुलाई तक दंपति सम्पर्क पखवाड़ा मनाया जाएगा
मुंगेर में कार्यरत केयर इंडिया के फैमिली प्लानिंग कॉर्डिनेटर तस्नीम रजि ने बताया कि नेशनल हेल्थ मिशन द्वारा जारी किए गए कार्यक्रम के अनुसार प्रथम चरण में 27 जून से 10 जुलाई तक पॉपुलेशन मोबिलाइजेशन फोर्टनाइट ( दंपति सम्पर्क पखवाड़ा) मनाया जाएगा । यह पखवाड़ा फैमिली प्लानिंग के महत्व के प्रति लोगों को जागरूक करने के ऊपर फोकस होगा। इसी तरह 11 जुलाई से 24 तक पॉपुलेशन स्टेबिलिसेशन फोर्टनाइट( जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा ) मनाया जाएगा । यह पखवाड़ा सर्विस प्रोविशन पर आधारित होगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष विश्व जनसंख्या दिवस अभियान ” आपदा में भी परिवार नियोजन की तैयारी, सक्षम राष्ट्र और परिवार की पूरी जिम्मेदारी ” थीम पर आधारित होगा।
वर्चुअल तरीके से कॉन्फ्रेंस आयोजित किया जा रहा-
उन्होंने बताया कि वर्ल्ड पॉपुलेशन डे कैंपेन के आयोजन को ले जिला में जिलास्तरीय और प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों के कैपिसिटी बिल्डिंग के लिए वर्चुअल तरीके से कॉन्फ्रेंस आयोजित किया जा रहा है। इसके साथ ही आशा वर्कर, आईसीडीएस वर्कर के लिए भी ऑनलाइन कॉन्फेंस आयोजित किया जा रहा है। इसके अलावा डिस्प्ले पोस्टर के माध्यम से जनसंख्या स्थिरीकरण कि आवश्यकता, विवाह में देरी और पहले बच्चे का जन्म समय और दो बच्चों के बीच कम से कम तीन साल के अंतराल के बारे में जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ ही कॉन्ट्रासेप्टिव मेथड के इस्तेमाल के बारे में भी ऑनलाइन तरीके से कॉउंसलिंग की जा रही है। उन्होंने बताया कि फैमिली प्लानिंग सर्विस के तौर पर मुख्य रूप से आईयूसीडी, इंसर्शन, कॉन्ट्रासेप्टिव इंजेक्टेबल एमपीए, टुबेक्टोमी, वैक्सोटोमी मेथड से अगले दो सप्ताह तक सभी जिला और प्रखण्ड मुख्यालय में कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए सर्विस प्रोवाइड कराया जाएगा।
उन्होंने बताया कि वर्ल्ड पॉपुलेशन डे कैंपेन में स्थानीय एमपी, एमएलए, पंचायत और नगर निकाय के प्रतिनिधि, हेल्थ केयर वर्कर और सिविल सोसाइटी के सदस्य डिजिटल प्लेटफॉर्म और मीडिया का इस्तेमाल करते हुए लोगों को जागरूक करेंगे ।