सबौर में परिवार नियोजन को लेकर लोगों को किया गया जागरूक
• आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 99 से स्वास्थ्यकर्मियों ने निकाली जागरूकता रैली
• 20 साल के बाद ही हो पहला संतान
भागलपुर-
जिले में परिवार नियोजन कार्यक्रम पर विशेष जोर दिया जा रहा है. परिवार नियोजन कार्यक्रमों को गति देने के लिए 31 जनवरी तक परिवार नियोजन पखवाड़ा चलेगा. साथ ही 31 मार्च तक संचार अभियान भी चलाया जाएगा. इसे लेकर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है.. बुधवार को आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 99 से परिवार नियोजन को लेकर रैली निकाली गई. रैली की मॉनिटरिंग अनंत अंशु कर रहे थे, जबकि इसमें एएनएम सोनम भारती, आशा रूपा रागिनी, आंगनबाड़ी सेविका सिंधु कुमारी और जीविका दीदी जानकी कुमारी मौजूद थीं. रैली के जरिए परिवार नियोजन को लेकर लोगों को जागरूक किया गया. साथ ही इससे संबंधित जागरूकता नारे भी लगाए गए.
पहला बच्चा 20 साल के बाद: रैली निकाल रहे स्वास्थ्यकर्मियों ने महिलाओं को बताया पहला बच्चा 20 साल के बाद ही होना चाहिए. जब आपकी 20 साल उम्र हो जाए, तभी आप पहले बच्चे की योजना बनाएं. साथ ही दूसरे बच्चे के लिए तीन साल तक इंतजार करें. दो बच्चे के बीच तीन साल का अंतराल रहता है तो जच्चा और बच्चा दोनों ही स्वस्थ रहते हैं. इसके अलावा बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है, जिससे वह भविष्य में किसी भी तरह की बीमारी से लड़ने में पूरी तरह से सक्षम होता है.
परिवार नियोजन में लोग दिखा रहे रुचि: केयर इंडिया के आलोक कुमार ने बताया परिवार नियोजन कार्यक्रम में क्षेत्र के लोग अपने दिलचस्पी दिखा रहे हैं. स्वास्थ्यकर्मी जो भी जानकारी उन्हें दे रहे हैं, उसे लोग गंभीरता से ले रहे हैं और उनपर अमल करने की रजामंदी भी दिखा रहे हैं. उन्होंने बताया एएनएम और आशा कार्यकर्ता द्वारा परिवार नियोजन पर लोगों की दी जा रही जानकारी प्रभावी साबित हो रही है. लोग उनका पालन करने की भी बात बता रहे हैं..
अस्थाई संसाधनों पर दिया जा रहा जोर: जिले में स्वास्थ्यकर्मी परिवार नियोजन के अस्थाई संसाधनों पर जोर दे रहे हैं. लोगों को कॉपर-टी, अंतरा, छाया और कंडोम के इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. इन अस्थाई संसाधनों के जरिए लोग परिवार नियोजन कर सकते हैं. साथ ही दो बच्चों के बीच तीन साल के अंतराल रखने में भ ये संसाधन महत्वपूर्ण हो सकते हैं. यही वजह है कि स्वास्थ्यकर्मी लोगों को इन संसाधनों के बारे में जानकारी दे रहे हैं.
एक बच्चे वाले दंपती की काउंसलिंग की गई: वहीं दूसरी और संचार अभियान के तहत क्षेत्र के एक बच्चे वाले दंपती की काउंसलिंग भी की गई. एएनएम ने उनको दूसरे बच्चे की योजना कैसे बनानी है, इसकी जानकारी दी. साथ ही तीन साल तक दूसरा बच्चा ना हो यह भी समझाया गया. एक बच्चे वाले दंपती को खासकर एएनएम ने यह जानकारी दी कि दूसरे बच्चे के बीच तीन का अंतराल जरूर रखें.