स्वस्थ माता और बच्चे के लिए तीन साल का अंतराल जरूरी
-एक बच्चे वाले दंपति की काउंसलिंग कर एएनएम ने दी यह जानकारी
-सबौर के गोपालपुर में आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 8 पर हुआ कार्यक्रम
भागलपुर-
संचार अभियान के तहत जिले में तमाम तरह के कार्यक्रम चल रहे हैं. बुधवार को जिले में जहां माइकिंग कर परिवार नियोजन के बारे में लोगों को जानकारी दी गई, वहीं आंगनबाड़ी केंद्रों पर एक बच्चे वाले दंपति की काउंसलिंग की गई. इस दौरान एएनएम ने दंपति को एक से दूसरे बच्चे के बीच कितने साल का अंतराल होना चाहिए, इसकी जानकारी दी. सबौर प्रखंड के गोपालपुर में आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 8 पर एएनएम रंजू कुमारी और क्रांति कुमारी ने एक बच्चे वाले कई दंपतियों को दूसरे बच्चे के लिए 3 साल का इंतजार करने को कहा. दंपति को समझाया गया कि अगर दो बच्चों के बीच 3 साल का अंतराल रहेगा तो इससे जच्चा और बच्चा दोनों ही स्वस्थ रहेंगे.
ग्रामीण क्षेत्र में जागरूकता जरूरी:
एएनएम रंजू कुमारी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को इस तरह की जानकारी देना बहुत जरूरी हो जाता है. अगर इन्हें जागरूक नहीं किया जाएगा तो इनके बच्चे के बीच 3 साल का अंतराल नहीं होगा. फिर तमाम तरह की परेशानियां होंगी. इसलिए हमलोगों ने अभी संचार अभियान के तहत आरोग्य दिवस पर आंगनवाड़ी केंद्र जाकर एक बच्चे वाले दंपति को दूसरे बच्चे के लिए 3 साल इंतजार करने को कह रही हूं.
वहीं एएनएम क्रांति कुमारी ने बताया कि हमलोगों में एक बच्चे वाले दंपतियों को यह समझाया अगर आप दो बच्चे के बीच तीन साल का अंतराल रखेंगे तो बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ रहेगा. मां एनीमिया से पीड़ित नहीं होगी. साथ ही बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होगी, जिससे वह भविष्य में तमाम तरह की बीमारियों से लड़ने में सक्षम रहेगा.
11 बच्चे और दो गर्भवती महिलाओं को लगे टीके: इस दौरान आंगनवाड़ी केंद्र संख्या आठ पर 11 बच्चों और 2 महिलाओं को टीका भी लगाया गया. मालूम हो कि गर्भवती महिलाओं और बच्चों को हर बुधवार और शुक्रवार को टीका लगाया जाता है. इससे बच्चे स्वस्थ होते हैं और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, जिससे वह कई तरह की बीमारियों से लड़ने में सक्षम होता है. मौके पर केयर इंडिया के आलोक कुमार, मुकेश कुमार, अनंत अंशु, शिवम, पूजा कुमारी, सीमा कुमारी व सेविका प्रतिमा कुमारी मौजूद थी.
कोविड 19 के दौर में रखें इसका भी ख्याल:
• व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें.
• बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.
• साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
• छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढकें .
• उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके.
• घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.
• बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें.
• आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें.
• मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें
• किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों
• कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें
• बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें