तिरंगे को नमन कर करें संसद सत्र की शुरुआत: पूर्व पुलिस महानिदेशक सभी देशवासी आज मनाएं तिरंगा दिवस
प्रेस विज्ञप्ति
सादर इंडिया मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व पुलिस महानिदेशक शील मधुर ने हरियाणा भवन में एक प्रेस वार्ता में कहा की जैसा की आप सभी जानते हैं की राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को 22 जुलाई 1947 को अंगीकार किया गया था अतः आज तिरंगे जन्म दिवस है। आप सभी को #प्रणमतिरंगा। साथ ही यह एक सुखद संयोग भी है कि इस वर्ष 22 जुलाई के दिन संसद के मानसून सत्र (बजट सत्र)की शुरुआत हुयी है। इस अवसर विशेष कर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, एनडीए एवं इन्डी गठबंधन सहित देश भर से चुने गए तमाम संसद सदस्य सदन में माैजूद रहेंगे। मेरा इन सभी लोगों से सादर निवेदन है कि इस अवसर पर सभी देश भक्त संसद सदस्य तिरंगे के सम्मान में एक विधेयक पारित कर 22 जुलाई को नेशनल तिरंगा दिवस घोषित करें इससे भारत की एकता और मजबूत होगी तथा लोगों में देश प्रेम की भावना बढ़ेगी।
हमारे देश के लोग स्वभाव से ही देशभक्त होते हैं। प्रत्येक भारतवासी के दिलों में अपने देश के लिए अथाह प्यार भरा हुआ है और वे अपने देश के साथ ही साथ अपने राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा से अत्यधिक प्यार करते हैं एवं इसका सम्मान करते हैं। किसी भी देश का राष्ट्रीय ध्वज उस देश के मान-सम्मान का प्रतीक होता है। विश्व के सभी विकसित देशों का न केवल अपना राष्ट्रीय ध्वज है बल्कि सभी विकसित देशों ने अपने राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान में राष्ट्रीय ध्वज दिवस भी घोषित कर रखा है। लेकिन ना जाने वो कौन से कारण हैं कि हमारे देश में स्वतंत्रता प्राप्ति के 77 वर्षों पश्चात आज तक तिरंगा के सम्मान में राष्ट्रीय ध्वज दिवस घोषित नहीं किया जा सका है। उक्त बातें सादर इंडिया मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व पुलिस महानिदेशक शील मधुर ने उस समय कहीं जब वे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के हरियाणा भवन में आयोजित एक पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे।
पूर्व पुलिस महानिदेशक ने कहा कि 22 जुलाई 1947 को तत्कालीन संविधान सभा की समिति द्वारा तिरंगा के वर्तमान प्रारुप को स्वीकृति प्रदान की गई थी। यही कारण है कि 22 जुलाई को ही तिरंगे का जन्म दिवस मानते हुए सादर इंडिया मंच द्वारा 2021 के पूर्व से ही न केवल तिरंगा दिवस का आयोजन किया जाता है बल्कि विभिन्न माध्यमों के द्वारा सरकार को जनभावनाओं से अवगत करवाते हुए यह मांग की जाती रही है कि हमारे राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के सम्मान में तत्काल तिरंगा दिवस की घोषणा की जाए। उन्होंने बताया कि जब सरकार द्वारा इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया तो सादर इंडिया मंच द्वारा देशवासियों की इस भावना को साकार करने के लिए 26 जनवरी 2021 को गुरुग्राम से हर-हर तिरंगा, घर-घर तिरंगा अभियान की शुरुआत करते हुए यह संकल्प लिया गया कि सादर इंडिया एवं इसकी अनुषंगी शाखा तिरंगा सेना द्वारा तिरंगा यात्राओं के माध्यम से देश के घर-घर तिरंगा पहुंचाने का कार्य किया जाएगा और अपने स्तर पर देश भर में तिरंगा दिवस समारोह का आयोजन किया जाएगा। यह हमारे लिए हर्ष का विषय है कि सर्व प्रथम उत्तर प्रदेश सरकार एवं तत्पश्चात केन्द्र सरकार ने हमारे इस अभियान को एडाप्ट करते हुए देश भर में घर-घर तिरंगा कार्यक्रमों का आयोजन करवाने का कार्य किया।
पूर्व पुलिस महानिदेशक ने कहा कि तिरंगा दिवस का यह महा अभियान केवल मेरी सोच का परिणाम नहीं बल्कि देश के 140 करोड़ देशवासियों की भावनाओं का प्रतिबिंब है। तिरंगा दिवस का आयोजन हमारी कोई मांग मात्र नहीं बल्कि यह देश के 140 करोड़ नागरिकों का अधिकार है। इस संबंध में हमने पत्र एवं ईमेल तथा पत्रकार वार्ताओं के माध्यम से प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति एवं देश के समस्त सांसदों को देशवासियों की इस भावना से पहले ही अवगत करवा दिया है। अब हमें देशवासियों की इस भावना को मूर्त रुप प्रदान करना है। यही कारण है कि सादर इंडिया मंच एवं तिरंगा सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा 2021 से ही प्रतिवर्ष देश भर में 22 जुलाई को तिरंगा दिवस का आयोजन किया जाता है। इसी कड़ी में इस वर्ष भी आगामी 22 जुलाई को तिरंगा सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा देश के राष्ट्रभक्त नागिरकों के साथ मिल कर संपूर्ण देश में तिरंगा दिवस समारोहों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस बार 22 जुलाई के लिए उन्होंने प्रणाम तिरंगा थीम लांच की है। मेरी देशवासियों से अपील है कि आप सब आगामी 22 जुलाई को अपने घर, दफ्तर, पार्क अथवा अन्य सार्वजनिक स्थलों पर एकत्रित होकर अपने प्यारे तिरंगे को प्रणाम करें, सैल्यूट करें तथा तिरंगे पर पुष्प अर्पित करें। इसके अलावा इस दिन तिरंगे को सैल्यूट करते हुए अथवा तिरंगे के साथ अपनी सेल्फी लेकर #PranamTiranga पर अपलोड करें।
पूर्व पुलिस महानिदेशक ने बताया कि इस वर्ष 22 जुलाई को प्रणाम तिरंगा की थीम पर देश के विभिन्न शहरों, गांवों, स्कूलों, कालेजों में तिरंगा यात्राएं निकाल कर तिरंगा दिवस समारोह के आयोजन को मूर्त रुप प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि तिरंगा केवल एक कपड़े का टुकड़ा अथवा कोई आकार नहीं बल्कि हमारी जीवनशैली है। तिरंगा हमारे देश के अस्तित्व, आजादी, संविधान, शांति, अहिंसा, प्रेम एवं खुशहाली का प्रतीक है। यह हमारी सभ्यता एवं संस्कृति का वाहक है। देश के 140 करोड़ नागिरकों का प्रतिनिधी है। विविधता में एकता का वाहक है। तिरंगे के प्रत्येक रंग का अपना विशेष महत्व है। उन्होंने कहा कि आजादी के इतने वर्षों के बाद भी भारत का तिरंगा दिवस नहीं होना दुख की बात है।
पुर्व पुलिस महानिदेशक शील मधुर ने कहा कि हमने यह दृढ़ संकल्प लिया है कि जब तक देश में तिरंगा दिवस को अधिकारिक रुप से राष्ट्रीय ध्वज दिवस घोषित नहीं कर दिया जाता तब तक उनका यह अभियान निरंतर जारी रहेगा।