देशभर में अग्नीपथ स्कीम को लेकर हो रहे आंदोलन और हिंसा
देशभर में अग्नीपथ स्कीम को लेकर हो रहे आंदोलन और हिंसा के बाद गृह मंत्रालय ने अग्निवीरों के लिए CAPFs (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल) और असम राइफल्स में भर्ती के लिए 10% आरक्षण देने का फैसला लिया है और दो बलों में भर्ती के लिए अग्निवीरों को ऊपरी आयु सीमा से 3 वर्ष की छूट दी गई जहाँ अग्निवीर के पहले बैच के लिए आयु में अधिकतम आयु सीमा से 5 वर्ष की छूट होगी।वहीँ रक्षामंत्री राजनाथ सिंह स्कीम को लेकर आज एक रिव्यू मीटिंग भी करेंगे। इस मीटिंग में नेवी चीफ, एयरफोर्स चीफ और रक्षा मंत्रालय के अधिकारी मौजूद रहेंगे। आर्मी चीफ आज एयरफोर्स की पासिंग आउट परेड में हिस्सा लेने के लिए हैदराबाद के डुंडीगल जा रहे हैं, इसलिए वे मीटिंग में हिस्सा नहीं लेंगे। इधर, सुप्रीम कोर्ट में भी अग्निपथ को लेकर जनहित याचिका दायर की गई है। याचिका में अग्निपथ योजना की समीक्षा के लिए एक्सपर्ट पैनल के गठन और अग्निपथ को लेकर हुई हिंसा की SIT से जांच कराने की मांग की गई है।वहीँ देशभर में जारी विरोध प्रदर्शन के बीच सभी आर्मी चीफ ने भी अग्निपथ योजना को लेकर बयान दिया और कहा कि यह स्कीम देश और युवाओं के लिए फायदेमंद है, क्योंकि यह उनके लिए अधिक अवसर पैदा करेगी। जहां पहले एक व्यक्ति को आर्म्ड फोर्सेस में सेवा करने का अवसर मिलता था, अब यह शायद 4 लोगों को मिलेगा।इस बीच नेवी चीफ एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा- मुझे इस तरह के किसी विरोध की उम्मीद नहीं थी। हमने करीब डेढ़ साल तक अग्निपथ योजना पर काम किया। यह भारतीय सेना में सबसे बड़ा ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट ट्रांसफार्मेशन है। स्कीम की गलत सूचना और गलतफहमी के कारण विरोध हो रहा है।