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Jyotish Shastra: जानें, क्यों महिलाओं को अकेले में ज्यादा देर तक बाल खुले नहीं रखने चाहिए ?

Jyotish Shastra त्रेतायुग में माता कैकेयी नाराज होकर जब कोपभवन में गई थीं तो उन्होंने अपने बाल खुले रखे थे। कालांतर में राम जी को वनवास हुआ और राजा दशरथ का पुत्र शोक में निधन हो गया था।

 Jyotish Shastra: काम की अधिकता के चलते महिलाएं कभी-कभार बाल बांधना भूल जाती हैं। कई महिलाएं खूबसूरती बढ़ाने के लिए भी बाल खुले रखती हैं। कुछ समय तक बाल खुले रखने से कोई नुकसान नहीं होता है। हालांकि, लंबे समय तक बालों को खुला रखना शुभ नहीं होता है। धर्म शास्त्रों में ऐसा करने की मनाही है। धार्मिक मान्यता है कि लंबे समय तक बाल खुले रखने से जीवन में कई प्रकार की परेशानियां दस्तक देती हैं। आइए, इसके नुकसान जानते हैं-

तंत्र मंत्र सीखने वाले साधक बालों से तंत्र कार्य करते हैं। इनमें वशीकरण प्रमुख है। इसके अलावा, किसी व्यक्ति की मानसिक अवस्था में परिवर्तन लाने के लिए भी बालों के टोटके किए जाते हैं। इसके लिए लंबे समय तक बाल खुले न रखें।

जानकारों की मानें तो महिलाओं को खुले बालों में बाहर नहीं जाना चाहिए। खुले बाल में बाहर जाने पर महिलाएं नकारात्मक शक्तियों के संपर्क में आ सकती हैं।

– वास्तु जानकारों की मानें तो विवाहित महिलाओं के लिए बाल खुले रखना शुभ नहीं होता है। अशुभ समय या शोक के समय ही महिलाएं बाल खुले रखती हैं। इसके लिए बाल खुले न रखें।

– लंबे समय तक बाल खुले रखने से परिवार में दुख, संकट और परेशानियां आती हैं।

– सनातन शास्त्रों में निहित है कि महाभारत काल में चीर हरण के बाद द्रौपदी ने अपने बाल रखे थे। इसका खामियाजा कौरवों को भुगतना पड़ा था।

– त्रेतायुग में माता कैकेयी नाराज होकर जब कोपभवन में गई थीं, तो उन्होंने अपने बाल खुले रखे थे। कालांतर में राम जी को वनवास हुआ और राजा दशरथ का पुत्र शोक में निधन हो गया था।

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