रथ पर सवार होकर लोगों को कुपोषण से किया जागरूक
कुपोषण को लेकर पटना से चला जागरूकता रथ पहुंचा बांका रथ को डीडीसी और डीपीओ ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
बांका, 23 सितंबर
सितंबर को पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है. इसे लेकर जिले भर में तमाम तरह के कार्यक्रम हो रहे हैं. इसी सिलसिले में बुधवार को पटना से चला जागरूकता रथ बांका पहुंचा. रथ को डीडीसी रवि प्रकाश और डीपीओ रिफत अंसारी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इसके बाद रथ पर सवार होकर आईसीडीएस के कर्मियों और सेविकाओं ने शहर में घूम- घूमकर लोगों को कुपोषण के बारे में जागरूक किया.इस दौरान डीपीओ रिफत अंसारी ने बताया पोषण माह को सफल बनाने के लिए आईसीडीएस जिले भर में तमाम तरह के कार्यक्रम कर रहा है. घर-घर जाकर लोगों को सही पोषण के बारे में सेविका बता रही हैं. साथ ही दीवारों पर स्लोगन लिखकर लोगों को अच्छे पोषण की जानकारी दी जा रही है. इसी सिलसिले में पटना से चला जागरूकता रथ बांका पहुंचा. रथ से जिलेभर में घूम-घूम कर लोगों को कुपोषण दूर करने के लिए जागरूक किया जा रहा है. रिफत अंसारी ने बताया रथ में ऑडियो वीडियो भी है, जिसके जरिए लोगों को सही कुपोषण के बारे में दिखाया और सुनाया जा रहा है. जिले में जब यह रथ घूम रहा है तो इस दौरान लोगों को सही पोषण के वीडियो भी देखने को मिल रहे हैं और ऑडियो भी सुनाई दे रहे हैं. सही पोषण, देश रोशन: आईसीडीएस के जिला समन्वयक शम्स तबरेज ने बताया रथ को घुमाने के दौरान हमलोग शहर के चौक चौराहों पर रुक- रुककर लोगों को कुपोषण दूर भगाने का संकल्प दिला रहे थे. रात से सही पोषण देश रोशन जैसे नारे लगा रहे थे. लोगों को साफ सुथरा और प्रोटीनयुक्त भोजन लेने की सलाह दे रहे थे. 6 माह से कम उम्र के बच्चों को स्तनपान कराने की गुजारिश गांववालों से कर रहे थे. रोचक बात यह रही के लोगों ने भी हमारी बातों का ध्यान से सुनी और इस पर अमल करने का भरोसा दिलाया. छोटे-छोटे समूहों में किया जा रहा जागरूक: जिला समन्वयक शम्स तबरेज ने बताया कोरोना को देखते हुए छोटे-छोटे समूहों में कुपोषण से लोगों को जागरूक किया जा रहा है. जागरूकता कार्यक्रम के दौरान शारीरिक दूरी का ख्याल रखा जा रहा है. साथ ही सभी लोग मास्क और ग्लव्स पहने हुए रहते हैं. हर आधे घंटे पर लोग हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करते हैं. गांव के लोगों को भी कोरोना से बचाव की सलाह देते हैं. लोगों को सफाई का ध्यान रखने के लिए भी कहा जाता है. जागरूकता रथ से लोगों को मिल रही हैं ये जानाकरियां: – नवजात को जन्म के पहले छह माह तक सिर्फ मां का दूध पिलायें -छह माह के बाद बच्चों को स्तनपान के साथ पूरक आहार देना शुरू करें – गर्भवती महिला की आंगनबाड़ी केंद्र पर रजिस्टेशन करायें -बच्चों को खाना खिलाते समय साफ-सफाई का ध्यान रखें -गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक आहार का सेवन करें -गर्भवती महिलाओं को आयरन की गोली जरूरी लेनी चाहिए