पांच हफ्ते के निचले स्तर पर डॉलर, गोल्ड की कीमतों में तेजी जारी, जानिए आने वाले समय में क्या रहेगा सोने का भाव
सोने की कीमत में सीमित तेजी
आपको बता दें कि कल शुक्रवार को भारतीय करेंसी रुपया अपने पांच हफ्ते के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था जिसकी वजह से गोल्ड और सिल्वर में आई तेजी सीमित थी।
आपको बता दें कि भारतीय करेंसी की मजबूती ECB और बैंक ऑफ जापान द्वारा, यूएस फेड द्वारा की गई आक्रामक टिप्पणी के बाद ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बाद आई है।
क्या है विशेषज्ञों की राय?
कमोडिटी बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि पिछले हफ्ते सोने की कीमतों में इसलिए गिरावट आई थी क्योंकि यूएस फेड ने कहा था कि इस साल यानी 2023 के अंत तक दो और बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी की जा सकती है।
ECB और बैंक ऑफ जापान के ब्याज दर बढ़ाने के बाद भारतीय रुपया अपने पांच हफ्ते के उच्च स्तर पर पहुंच गई जिसकी वजह से सोने और चांदी में सीमित तेजी देखने को मिली थी।
फेड की मीटिंग में क्या हुआ?
पिछले हफ्ते आए अमेरिकी मुद्रास्फीती के आंकड़े के मुताबिक मई में सालाना आधार पर मुद्रास्फीती 4 फीसदी की दर से बढ़ी, जो कि अप्रैल में 4.9 प्रतिशत की तुलना में पिछले दो साल में सबसे कम है।
मुद्रास्फीती में तेजी के बावजूद पूरे विश्व का ध्यान फेड की मीटिंग की ओर था और उम्मीदों के मुताबिक फेड ने लगातार दस बार दरों में बढ़ोतरी के बाद इस बार ब्याज दर को नहीं बढ़ाने का फैसला किया।
इससे प्रभावित हो सकती है सोना और चांदी
आपको बता दें कि सोने और चांदी को, यूरोपीय सेंट्रल बैंक के मुख्य पुनर्वित्त दर में 0.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी के फैसले और ईसीबी के अध्यक्ष लेगार्ड के द्वारा एक और बार इस दर में बढ़ोतरी के संकेत की वजह से प्रभावित हो सकते हैं।
आपको बता दें की यूरो को मजबूत करने और डॉलर पर दबाव डालने से पिछले हफ्ते अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में 1.7 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
आने वाले समय में कैसा रहेगा गोल्ड
फेड की टिप्पणी के बावजूद सोने और चांदी की कीमतों में निचले स्तर से रिकवरी देखी गई है, जबकि डॉलर इंडेक्स में शॉर्ट टर्म की तेजी खत्म होती दिख रही है, जिससे गोल्ड में तेजी फिर से शुरू होने की संभावना है।
आपको बता दें कि गुड रिटर्न के मुताबिक 24 कैरेट 10 ग्राम गोल्ड का भाव राजधानी दिल्ली में 60,260 रुपये है।