आने वाले दिनों में हो सकती है कांग्रेस में आने छंटनी
निष्क्रिय पदाधिकारियों को पार्टी से निकाला जा सकता है
कांग्रेस की नजर आने वाले विधानसभा चुनाव पर है। इसके लिए बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत करने के साथ ही पार्टी का पूरा ध्यान विशेषकर जातीय समीकरणों को साधने पर है। लोकसभा चुनाव परिणाम से कांग्रेस को मुस्लिम समुदाय के साथ-साथ पिछड़ों व वंचित समाज के उसके साथ आने का संकेत मिला है, जिसे आधार बनाकर पार्टी अपनी जड़ें जमाने के लिए संगठन में विस्तार की योजना बना रही है
पाटी सूत्रों का कहना है कि अल्पसंख्यक विभाग, पिछड़ा वर्ग विभाग व अनुसूचित जाति विभाग के विस्तार की तैयारी है। इन्हें तीन हिस्सों तक में बांटा जा सकता है, जिससे पूर्वांचल, पश्चिमी व मध्य उत्तर प्रदेश में इन विभागों की गतिविधियों को बढ़ाने की जिम्मेदारी अलग-अलग पदाधिकारियों को सौंपी जा सके। इसके लिए विभिन्न स्तर पर सुझाव भी लिए जा रहे हैं। पार्टी का जोर पौधरोपण, अलग-अलग वर्ग के सम्मेलन व अन्य सामाजिक गतिविधियों के माध्यम से बूथ स्तर तक अपनी सक्रियता बढ़ाने पर है।