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Change the habits in the changing season, stay away from mental illness
राज्य

बदलते मौसम में आदतों में लाएं बदलाव, रहेंगे मानसिक रोग से दूर

-अकेलापन से बचें, खुद को व्यस्त रखने की कोशिश करें
-लोग सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर के हो रहे हैं शिकार

बांका, 7 नवंबर।
बदलते मौसम और कोरोना काल में अपने आदतों में बदलाव लाएं। खुद को व्यस्त रखने की कोशिश करें। ऐसा कर आप मानसिक रोग से दूर रहेंगे। दरअसल हाल के दिनों में अस्पताल के ओपीडी में इलाज कराने वाले मरीजों में मानसिक रोगियों की संख्या पहले के मुकाबले अधिक देखी जा रही है। ऐसे में इसका उपाय करना बहुत जरूरी हो जाता है।
बदलते मौसम में लोगों की मनोदशा बदल जाती है-
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ सुनील कुमार चौधरी कहते हैं कि बदलते मौसम में लोगों की मनोदशा बदल जाती है। उदास रहने लगते हैं। हर साल ऐसा देखा जाता है जिस वक्त मौसम में बदलाव आता है, उस दौरान इस तरह के मामले बढ़ने लगते हैं। दरअसल बदलते मौसम में लोगों के सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर के शिकार होने की संभावना बढ़ जाती है।

सुबह टहला करें और शरीर में धूप लगाएं:
डॉ. चौधरी बताते हैं कि मानसिक रोगों से पीड़ित लोगों को सुबह कम-से-कम 45 मिनट तक तेज गति से टहलना चाहिए। साथ ही धूप का भी सेवन करना चाहिए। इससे शरीर में ताजगी आती और उदासीपन दूर होता है। अगर आपके घर में कोई मानसिक रोगी लगे तो उन्हें यह दो काम जरूर करवाएं।

मेडिटेशन करें,इससे एकाग्रता आती है :
डॉक्टर सुनील कुमार चौधरी कहते हैं कि मेडिटेशन करने से एकाग्रता आती है। लोगों में भटकाव नहीं आता है। भटकाव नहीं आने से उदासीपन खत्म होता है। ध्यान इधर-उधर भटकता नहीं है। इस वजह से मानसिक रोगियों के लिए मेडिटेशन बहुत फायदेमंद रहता है।

टीवी देखें और लोगों के साथ बातचीत करें:
डॉक्टर चौधरी कहते हैं कि मानसिक रोग अकेलापन की वजह से भी होता है। इसलिए मानसिक रोगी टीवी देख कर अपने इस अकेलेपन को दूर कर सकते हैं। साथ ही लोगों से बातचीत कर भी अपना मनोरंजन कर सकते हैं। इससे उनमें भटकाव नहीं आएगा और मानसिक परेशानी से बचे रहेंगे।

खानपान पर भी रखें ध्यान:
डॉक्टर चौधरी कहते हैं कि सही खानपान हर बीमारी में महत्वपूर्ण होता है। अगर खान-पान सही नहीं हो तो भी लोगों में उदासीनता की समस्या आती है। इसलिए अपना एक रूटीन बनाकर भोजन करें। सुबह टहलने के बाद फल का सेवन करें। दोपहर में सादा भोजन को तरजीह दें और रात में कम भोजन करें। इससे शरीर से संबंधित कोई परेशानी नहीं रहेगी। शरीर से संबंधित परेशानी रहने पर भी लोग उदासीन रहने लगते हैं। इसलिए खानपान का अवश्य ध्यान रखें। साथ ही अपने भोजन में विटामिन लेने का भी प्रयास करें। हरी सब्जी दूध और हॉर्लिक्स का सेवन करें।

कोविड 19 के दौर में रखें इसका भी ख्याल:
• व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें.
• बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.
• साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
• छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढकें .
• उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंकें .
• घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.
• बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें.
• आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें.
• मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें
• किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों
• कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें
• बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें

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