प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं की हुई प्रसव पूर्व जांच
- चिकित्सकों द्वारा दी गई सुरक्षित व सामान्य प्रसव की आवश्यक जानकारी
- शारीरिक दूरी का ख्याल रखते हुए कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने की दी गई जानकारी
लखीसराय, 09 दिसंबर, 2020
प्रत्येक महीने की नौ तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व (एएनसी) स्वास्थ्य जाँच की जाती है। इसी अभियान के तहत बुधवार को जिले के सभी पीएचसी व अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में शिविर आयोजित कर गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जाँच की गई। इसके साथ ही मौजूद चिकित्सकों ने आवश्यकतानुसार स्वास्थ्य व सामान्य प्रसव की जाँच कराने आई महिलाओं को आवश्यक जानकारियों के साथ महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए। इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं को रहन-सहन, साफ-सफाई, खान-पान के बारे में भी चिकित्सकों ने विस्तारपूर्वक जानकारी दी ।
इस दौरान शारीरिक दूरी का रखा गया ख्याल :-
गर्भवती महिलाओं के एएनसी जाँच के लिए पीएचसी में आयोजित शिविर में शारीरिक दूरी के नियम का पालन करते हुए महिलाओं की एएनसी जाँच की गई। जांच में महिलाओं की ब्लड, यूरिन, एचआईवी, ब्लड ग्रुप, बीपी, हार्टबीट आदि की भी जाँच की गई। इसके बाद चिकित्सकों द्वारा आवश्यकतानुसार चिकित्सकीय परामर्श दी गई। एएनसी जांच के लिए शिविर में मौजूद महिलाओं को प्रसव अवधि के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर तुरंत चिकित्सकों से जाँच कराने की सलाह दी गई।
समय पर जाँच होने से हर समस्या हो जाती है दूर :-
जिला सिविल सर्जन पदाधिकारी डॉ. आत्मानंद राय ने बताया कि प्रसव अवधि के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर तुरंत जाँच कराना चाहिए। दरअसल, समय पर जाँच कराने से किसी भी प्रकार की परेशानी का शुरुआती दौर में ही पता लग जाता है। शुरूआती दौर में पता लगने पर हीं उसे आसानी से दूर किया जा सकता है। इसके लिए सरकार ने प्रत्येक माह की नौ तारीख को पीएचसी स्तर पर एएनसी जाँच की व्यवस्था की गई है। ताकि प्रसव के दौरान गर्भवती महिलाओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े और सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा मिल सके।
शिशु-मृत्यु दर में कमी लाना है उद्देश्य :-
सरकार द्वारा प्रत्येक महीने की नौ तारीख को गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जाँच के लिए की गई यह व्यवस्था शिशु-मृत्यु दर में कमी लाना इसका उद्देश्य है। सरकार द्वारा की गई यह ब्यवस्था मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करने की दिशा में अच्छी पहल है। इससे ना सिर्फ सुरक्षित प्रसव होगा, बल्कि शिशु-मृत्यु दर पर विराम भी लगेगा। इसके साथ ही जच्चा-बच्चा दोनों को अनावश्यक परेशानियाँ का सामना नहीं करना पड़ेगा।
कोविड-19 से बचाव के लिए भी दी गई जानकारी :-
वहीं, चिकित्सकों द्वारा मौजूद महिलाओं को कोविड-19 से बचाव के लिए भी आवश्यक जानकारी दी गई और बचाव से संबंधित हर मानकों का ख्याल रखने को कहा गया। ताकि समाज के हर लोग संक्रमण के दायरे से दूर रह सकें।
ठंड के मौसम में गर्भवती महिला के लिए प्रोटीन युक्त आहार जरूरी :-
वहीं, चिकित्सकों द्वारा महिलाओं को बताया गया कि ठंड के मौसम में गर्भवती महिला को प्रोटीन युक्त आहार का सेवन करना जरूरी है और ठंडी चीजें खाने से दूर रहना चाहिए। ताकि शरीर को उचित पोषण मिल सकें। जिससे ना सिर्फ गर्भवती स्वस्थ रहेगी, बल्कि सुरक्षित प्रसव को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं को वर्तमान दौर में सर्द हवाओं से बिल्कुल दूर रहना चाहिए और प्रतिदिन धूप में कुछ देर रहने की कोशिश करनी चाहिए। इससे शरीर में तापमान बढ़ेगा। जिससे गर्भवती के साथ-साथ गर्भस्थ शिशु भी स्वस्थ रहेगा। साथ ही सर्दी-खांसी समेत अन्य ठंडजनित मौसमी बीमारी से भी बचाव होगा।
- इन मानकों का करें पालन, कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर :-
- साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें।
- मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें।
- यात्रा के दौरान निश्चित रूप से सैनिटाइजर पास में रखें।
- भीड़-भाड़ वाले जगहों से परहेज करें।
- बाहरी खाना खाने से परहेज करें।
- मुँह, नाक और ऑख को अनावश्यक छूने से बचें और छूने के पूर्व अच्छी तरह हाथों की सफाई करें।