परिवार नियोजन को लेकर गांव- गांव में लोगों को किया जाएगा जागरूक
-10 दिनों तक जिले के सभी गांवों में किया जाएगा प्रचार- प्रसार
-सदर अस्पताल से सिविल सर्जन ने ई-रिक्शा को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
बांका-
जिले में परिवार नियोजन पखवाड़ा का गुरुवार को आगाज हो गया. इस मौके पर सिविल सर्जन डॉक्टर सुधीर कुमार महतो ने सदर अस्पताल से ई-रिक्शा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. ई-रिक्शा से ऑडियो के माध्यम से 10 दिनों तक पूरे जिले के गांवों में लोगों को परिवार नियोजन के बारे में जागरूक किया जाएगा. मौके पर सिविल सर्जन डॉ. सुधीर कुमार महतो ने कहा कि आज से 31 जनवरी तक पूरे जिले में लोगों को परिवार नियोजन के बारे में जागरूक किया जाएगा. लोगों को परिवार नियोजन के फायदे के बारे में बताया जाएगा. उन्हें समझाया जाएगा कि छोटा परिवार रखने से क्या फायदा होता है. इसके अलावा जिले में संचार अभियान भी चल रहा है जो 31 मार्च तक चलेगा. उसके जरिए भी लोगों को परिवार नियोजन की जानकारी दी जा रही है.
सभी सरकारी अस्पतालों से दो-दो ई-रिक्शा रोज खुलेगी:
मौके पर मौजूद डीपीएम प्रभात कुमार राजू ने बताया कि अगले 10 दिनों तक जिले के सभी सरकारी अस्पतालों से रोज दो-दो ई रिक्शा खुलेगी, जिसमें एक ऑडियो लगा रहेगा. ऑडियो से गांव- गांव में परिवार नियोजन को लेकर प्रचार होगा| ई-रिक्शा गांव में गया या नहीं इसके सत्यापन के लिए चालक को आंगनबाड़ी केंद्र जाना होगा. जहां सेविका और सहायिका चालक के पास मौजूद रजिस्टर में अपना हस्ताक्षर करेंगी. इससे यह पता रहेगा कि रिक्शा उस गांव में प्रचार के लिए गई या नहीं.
आशा कार्यकर्ताओं से सिविल सर्जन ने ली जानकारी:
ई-रिक्शा को हरी झंडी दिखाने के बाद सिविल सर्जन ने मौके पर मौजूद आशा कार्यकर्ताओं से परिवार नियोजन को लेकर जानकारी ली. उनसे पूछा कि आप क्षेत्र में किस तरह से जा रहे हैं. लोगों को किस तरीके से समझा रहे हैं. इस दौरान सिविल सर्जन ने आशा कार्यकर्ताओं को परिवार नियोजन को लेकर कुछ सलाह भी दी. आशा कार्यकर्ताओं को लोगों से परिवार नियोजन के अस्थाई संसाधन का उपयोग करने के लिए जागरूक करने के लिए भी कहा गया.
अस्पतालों में स्टॉल लगाकर दंपति की काउंसलिंग की गई:
वहीं जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में स्टॉल भी लगाया गया था. स्टॉल पर क्षेत्र के आने वाले दंपतियों को परिवार नियोजन के बारे में समझाया जा रहा था. इस दौरान दंपतियों को बताया जा रहा था कि एक से दूसरे के बच्चे के बीच 3 साल का अंतराल रखना जरूरी है. इससे ना सिर्फ माता स्वस्थ रहती है, बल्कि बच्चे भी स्वस्थ पैदा होते हैं.
कोविड 19 के दौर में रखें इसका भी ख्याल:
• व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें.
• बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.
• साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
• छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढकें .
• उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके.
• घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.
• बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें.
• आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें.
• मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें
• किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों
• कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें
• बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें