कोरोना वैक्सीन के प्रति लोगों को जागरूक करने में स्वास्थ्य कर्मियों के क्षमतावर्धन में आईईसी / बीसीसी प्रशिक्षण कारगर : सीएस
- स्वास्थ्य कर्मियों को चार समूह बनाकर दी गई प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक, फोक और सोशल मीडिया के बारे में जानकारी
-संचार माध्यम इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, प्रिंट मीडिया, फोक मीडिया और सोशल मीडिया का बेहतर तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं स्वास्थ्यकर्मी
मुंगेर, 29 जनवरी| कोरोना वैक्सीन
के प्रति लोगों में उठ रही भ्रांतियों को दूर करने में मीडिया के विभिन्न आयामों का इस्तेमाल करते हुए लोगों को जागरूक करने में स्वास्थ्य कर्मियों का क्षमतावर्धन करना जरूरी है। इनके क्षमतावर्धन के लिए सीफार( सेंटर फॉर एडवोकेसी एन्ड रिसर्च) के सहयोग से जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा आयोजित आईईसी/बीसीसी प्रशिक्षण शिविर काफी कारगर सिद्ध होगा । उक्त बातें मुंगेर के सिविल सर्जन डॉ. अजय कुमार भारती ने शुक्रवार को जिले के एक होटल में जिले के प्रखंड स्तरीय स्वास्थ्य पदाधिकारियों के संचार क्षमतावर्धन के लिए आयोजित आईईसी / बीसीसी प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कही। इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक नसीम रज़ी, डिस्ट्रिक्ट कम्युनिटी मोबिलाइज़र निखिल राज, डीटीएल केयर डॉ. अजय आर्य, सीफार नेशनल और स्टेट टीम के अधिकारी सहित जिले भर से आए प्रखंड हॉस्पिटल मैनेजर और ब्लॉक कम्युनिटी मोबिलाइज़र मौजूद थे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का सीफार का प्रयास काफी सराहनीय-
प्रशिक्षण कार्यक्रम में मौजूद सभी बीएचएम और बीसीएम को सम्बोधित करते हुए डीपीएम नसीम रज़ी ने कहा कि अपना संसाधन लगाकर आप लोगों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का सीफार का यह प्रयास काफी सराहनीय है। आप लोगों के लिए यह सुनहरा अवसर है कि आप लोग इस प्रशिक्षण शिविर से मीडिया के विभिन्न आयामों जैसे प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, और सोशल मीडिया का बेहतर इस्तेमाल करते हुए कोरोना वैक्सीन के प्रति लोगों में पनप रही भ्रांतियों को दूर कर लोगों को जागरूक कर सकें । सीफार स्टेट टीम के स्टेट प्रोजेक्ट मैनेजर रणविजय कुमार ने जिले के विभिन्न प्रखण्डों से आए बीएचएम और बीसीएम का स्वागत करते हुए उन्हें आईईसी/बीसीसी प्रशिक्षण कार्यक्रम की बारीकियों से अवगत कराया।
आईईसी का बेहतर तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं –
इस अवसर पर सीफार नेशनल टीम से आए नदीम अहमद ने आईईसी के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि इसका पूर्ण रूप इन्फॉर्मेशन, एजुकेशन और कम्युनिकेशन है। इसके चार संचार माध्यम है जैसे इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के रूप में टेलीविजन और रेडियो, प्रिंट मीडिया के रूप में न्यूज़ पेपर और मैगज़ीन, फोक मीडिया के रूप में नुक्कड़ नाटक और सोशल मीडिया के रूप में फेसबुक, वाट्सएप और यूट्यूब| इसका बेहतर तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं । इसके बाद उन्होंने बीसीसी बिहेवियर चेंज कम्युनिकेशन और एसबीसीसी सोशल बिहेवियर चेंज कम्युनिकेशन के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर सीसिफार के असिस्टेंट स्टेट प्रोजेक्ट मैनेजर रंजीत कुमार ने कोविड वैक्सीनेशन को ले सोशल मीडिया के बेहतर इस्तेमाल करने के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में सीफार नेशनल टीम से आई आरती धर ने स्वास्थ्य कर्मियों को इलेक्ट्रॉनिक माध्यम में रेडियो के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इनके अलावा वे सीसिफार स्टेट टीम से आए स्टेट प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर (कांसलटेंट) अनीस उर रहमान ने प्रिंट मीडिया के बारे में जानकारी दी। साथ ही फोक मीडिया के रूप में नुक्कड़ नाटक के बारे में वाराणसी से आये अजय कुमार और ज्योति कुमारी ने नुक्कड़ नाटक की कि बारीकियों से अवगत कराया । इस अवसर पर ग्राम वाणी / मोबाइल वाणी से दीपक जी और रेडियो रिसर्च स्टेशन से आये रोहित जी ने कम्युनिटी रेडियो, एफएम रेडियो के बेहतर इस्तेमाल के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में स्वास्थ्य य कर्मियों की कि चार अलग-अलग टीम बनाकर मीडिया के चार अलग- अलग माध्यम फोक, प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। इस अवसर पर प्रिंट मीडिया के ग्रुप को अनीस उर रहमान खान और रंजीत कुमार, फोक मीडिया के ग्रुप को अजय जी और ज्योति कुमारी, मीडिया के रूप में रेडियो के ग्रुप को आरती धर और दीपक कुमार और सोशल मीडिया सहित ऑडियो- वीडियो ग्रुप को नदीम ने लीड करते हुए प्रोजेक्ट के अनुसार प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी चारों चारो ग्रुप के सदस्यों ने प्रोजेक्ट तैयार कर सीफार टीम के सामने प्रस्तुत किया।