कटोरिया में 40 हजार बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का है लक्ष्य
-अभी तक आधे से अधिक बच्चों को पिलाई गई है पोलियो की दवा
- कोरोना की गाइडलाइन का किया जा रहा है पालन
-4 फरवरी तक चलेगा पल्स पोलियो अभियान
बांका, 2 फरवरी
बांका जिले में शून्य से 5 साल तक के बच्चों को पल्स पोलियो अभियान के तहत दवा पिलाई जा रही है. यह अभियान 31 जनवरी को शुरू हुआ और 4 फरवरी तक चलेगा. इस दौरान कटोरिया प्रखंड में 40 हजार बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया है. आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर बच्चों को दवा पिला रही हैं. आशा कार्यकर्ताओं का साथ आंगनबाड़ी सेविका और कुछ स्थानीय स्वयंसेवक दे रहे हैं.
घर घर जाकर एक एक बच्चे को ढूंढ कर दवा पिलाने का निर्देश –
रेफरल अस्पताल के प्रभारी डॉ विनोद कुमार ने बताया कि मंगलवार को पल्स पोलियो अभियान का तीसरा दिन था. अब तक हमलोगों ने लक्ष्य के मुताबिक काम किया है. उम्मीद है कि आखिरी दिन तक हमलोग लक्ष्य को हासिल कर लेंगे. अभियान के दौरान इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि क्षेत्र से एक भी बच्चा छूटे नहीं. आशा कार्यकर्ताओं को सख्त निर्देश दिया गया है कि घर घर जाकर एक एक बच्चे को ढूंढ कर दवा पिलाएं.
दो दिन और चलेगा अभियान:
डॉ विनोद कुमार ने बताया कि पल्स पोलियो अभियान दो दिन और चलेगा. गुरुवार आखिरी दिन है. मैं क्षेत्र के लोगों से अपील करना चाहता हूं अगर किन्ही का बच्चा छूट जाए तो दो दिनों के अंदर दवा पिलवा लें. अगर आशा कार्यकर्ता से मुलाकात नहीं होती है तो रेफरल अस्पताल आकर दवा पिलवा लें.
कोरोना की गाइडलाइन का किया जा रहा है पालन:
डॉ विनोद कुमार ने बताया कि पल्स पोलियो अभियान के दौरान कोरोना की गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है. आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी सेविका मास्क पहनकर अभियान को चला रही हैं. दवा पिलाते वक्त सामाजिक दूरी का पालन किया जा रहा है. बच्चे को उसके परिजन गोद में लिए रहते हैं,और आशा कार्यकर्ता और सेविका उसे बिना छुए ही दवा पिलाती हैं.
दवा पिलाने को लेकर दी गई है ट्रेनिंग:
डॉ विनोद कुमार ने बताया कि अभियान चलाने को लेकर सभी आशा कार्यकर्ताओं और सेविकाओं को ट्रेनिंग दी गई है.उन्हें बताया गया है कि किस तरह से दवा पिलानी है. कुछ स्थानीय लोगों को भी प्रशिक्षण दिया गया है. वे लोग भी इस अभियान में सहयोग कर रहे हैं. खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों को ढूंढने में उनलोगों की मदद सराहनीय है.
कोरोना काल में इन उचित व्यवहारों का करें पालन,-
- एल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का प्रयोग करें।
- सार्वजनिक जगहों पर हमेशा फेस कवर या मास्क पहनें।
- अपने हाथ को साबुन व पानी से लगातार धोएं।
- आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें।
- छींकते या खांसते वक्त मुंह को रूमाल से ढकें।