18 दिन में देशभर में 41 लाख से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों को लगे कोविड के टीके
• पीआईबी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी जानकारी
• गुजरात एवं बेस्ट बंगाल में फ्रंटलाइन वर्कर को भी टीके लगने हुए शुरू
• पोलियो अभियान के तीसरे दिन तक देशभर में 11 करोड़ से अधिक बच्चों ने पी दवा
पटना/ 3, फरवरी:
प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो(पीआईबी), भारत सरकार, ने मंगलवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि 2 फरवरी के शाम 7 बजे तक देशभर में 76516 सत्रों में 41.20 लाख स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड के टीके लगाये गए हैं. कोविड टीकाकरण देशभर में एक साथ 16 जनवरी को शुरू हुआ था. इस लिहाज से टीकाकरण के 18 दिन पूरे होने पर यह उपलब्धि हासिल हुयी है. वहीं बिहार में 18 दिन में 2.21 लाख स्वास्थ्य कर्मियों को टीके लगे हैं.
गुजरात एवं बेस्ट बंगाल में फ्रंटलाइन वर्कर को भी टीके लगने हुए शुरू:
कोविड टीकाकरण के प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया जा रहा है. बिहार में दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्कर का टीकाकरण करने की तैयारी चल रही है. लेकिन देश के दो राज्य( गुजरात में बेस्ट बंगाल) में फ्रंटलाइन वर्कर का टीकाकरण शुरू हो चुका है. पीआईबी ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया है कि दोनों राज्यों में मंगलावर यानी 2 फरवरी के शाम 7 बजे तक 19902 फ्रंटलाइन वर्कर को कोविड के टीके लगाए गए हैं.
उत्तरप्रदेश में 4.50 लाख से अधिक लोगों को लगे टीके:
कोविड टीकाकरण देश के सभी राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में शुरू किया गया था, जिसमें उत्तरप्रदेश में सबसे अधिक 4.63 लाख स्वास्थ्यकर्मियों को कोविड के टीके लगे हैं. वहीं राजस्थान में 3.38 लाख, महारष्ट्र में 3.18 लाख, कर्नाटक में 3.16 लाख, मध्यप्रदेश में 2.98 लाख, गुजरात में 2.83 लाख, केरल में 2.19 लाख, उड़ीसा में 2.08 लाख एवं बेस्ट बंगाल में 2.84 लाख लोगों को टीके लगे हैं. इसी तरह अन्य राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में भी स्वास्थ्यकर्मियों को कोविड के टीके लगाये गए हैं.
राष्ट्रीय प्लस पोलियो अभियान के तहत 11 करोड़ से अधिक बच्चों को पिलाई गयी दवा:
कोविड टीकाकरण के साथ पोलियो उन्मूलन के लिए भी देशभर में 31 जनवरी से राष्ट्रीय पोलियो अभियान की शुरुआत की गयी. पीआईबी द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार 2 फरवरी तक यानी 3 दिन में देशभर में पांच साल से छोटे 11.04 करोड़ बच्चों को पोलियो की ड्राप पिलाई गयी. देश के राष्ट्रपति श्रीराम नाथ कोविंद ने 30 जनवरी को राष्ट्रपति भवन में पांच साल से छोटे बच्चे को पोलियो की दवा पिलाकर राष्ट्रीय पोलियो टीकाकरण दिवस की शुरुआत की थी. इसके बाद 31 जनवरी को देश के सभी राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में एक साथ राष्ट्रीय प्लस पोलियो अभियान की शुरुआत की गयी.