कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज लेने के बाद स्वास्थ्यकर्मियों ने वैक्सीन को सुरक्षित बताया , लोगों से की वैक्सीन लगवाने की अपील
- जीएनएम स्कूल मुंगेर में 10 स्वास्थ्यकर्मियों ने लिया टीका का दूसरा डोज
- स्वास्थ्यकर्मियों ने वैक्सीनेशन अभियान के पहले दिन 16 जनवरी को लिया था टीका का पहला डोज
मुंगेर-
सोमवार को मुंगेर के हाज़ी सुजान स्थित कोविड डेडिकेटेड हॉस्पिटल में कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज लेने के बाद स्वास्थ्यकर्मियों ने वैक्सीन को पूरी तरह से सुरक्षित बताते हुए सभी लोगों से अपनी बारी आने पर कोरोना का टीका अवश्य लगवाने की अपील की। सदर अस्पताल मुंगेर में काम करने वाले शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. रौशन, जीएनएम अनीता, जीएनएम सरोजनी कुमारी, जीएनएम रेखा कुमारी, जीएनएम मधु प्रिया कुमारी, जीएनएम अंकिता कुमारी, जीएनएम नीतू कुमारी, जीएनएम रूपम कुमारी, जीएनएम संगीता कुमारी एवं नरेंद्र कुमार सहित सभी 10 लोगों ने 16 जनवरी को कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लेने के 28 दिनों के बाद सोमवार को वैक्सीन का दूसरा डोज लिया।
वैक्सीन का दूसरा डोज लेने के बाद स्वास्थ्यकर्मियों ने वैक्सीन को पूरी तरह से सुरक्षित बताया –
कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज लेने के बाद सदर अस्पताल में जीएनएम मधुप्रिया ने बताया कि मैंने कोरोना वैक्सीनेशन महाअभियान के पहले दिन 16 जनवरी को यहीं पर कोरोना टीका का पहला डोज लिया था| सोमवार को वैक्सीन लगवाने के बाद 28 दिन पूरा हो जाने पर वैक्सीन का दूसरा डोज लेने आई हूँ। वैक्सीन का दोनों डोज लेने के बाद मैं अपने अनुभवों के आधार पर कहना चाहती हूं कि यह वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। इसको लेकर किसी को भी घबड़ाने कि जरूरत नहीं है। दूसरा डोज के लेने के बाद सदर अस्पताल में जीएनएम रेखा कुमारी ने बताया कि पहले और दूसरे डोज के वैक्सीनेशन के बीच 28 दिनों का अंतराल पूरा हो जाने के बाद मैने वैक्सीन का दूसरा डोज ले लिया है। वैक्सीन का पहला और दूसरा डोज लेने के बाद मैंने कोई परेशानी महसूस नहीं की। अपने अनुभवों के आधार पर लोगों से मैं यही अपील करना चाहती हूं कि आप लोग वैक्सीन को ले किसी प्रकार की भ्रांति का शिकार न होकर वैक्सीनेशन के लिए आगे आयें और खुद के साथ ही अपने परिवार और समाज को कोरोना संक्रमण के डर से बाहर निकालें।
कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज लेने के बाद सदर अस्पताल में जीएनएम सरोजनी कुमारी ने बताया कि वैक्सीन का दोनों डोज लेने के बाद अपने अनुभवों के आधार पर यही कहना चाहती हूं कि वैक्सीन से किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है| इसलिये इसको ले किसी को भी घबराने की कोई जरूरत ही नहीं है। यह वैक्सीन हर किसी के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है| सभी लोगों को उनकी बारी आने के बाद अवश्य ही वैक्सीन लगवानी चाहिए।
सदर अस्पताल में ही कार्यरत जीएनएम अंकिता कुमारी ने बताया कि कोविड वैक्सीन का दोनों डोज लेने के बाद मुझे किसी प्रकार की कोई परेशानी या घबराहट महसूस नहीं हुई है। कोरोना की कि यह वैक्सीन हर किसी के लिए पूरी तरह सुरक्षित है। मैं भारतीय वैज्ञानिकों को धन्यावाद देना चाहूंगी जिन्होंने मानवता की कि रक्षा के लिए इतने कम समय में कोरोना की कि वैक्सीन तैयार कर हम लोगों के बीच उपलब्ध करवाई है।
सदर अस्पताल में कार्यरत कार्ररत नरेंद्र कुमार ने बताया कि 16 जनवरी को कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लेने के बाद खुद को पूरी तरह से फिट महसूस करने के बाद मैं अपने स्तर से अपने सहयोगी जो वैक्सीन लेने से हिचक रहे थे उन्हें भी वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित किया । सोमवार को वैक्सीनेशन का 28 दिन पूरा हो जाने के बाद मैंने वैक्सीन का दूदुसरा डोज भी ले लिया है। वैक्सीन का दोनों डोज लेने के बाद मैं में लोगों से यही अपील करना चाहूंगा कि सभी लोग लीग अपनी बारी आने के बाद अनिवार्य रूप से कोरोना वैक्सीन का दोनों डोज लें।
बिना आधार कार्ड आइडेंटिफिकेशन के किसी को वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी-
मौके पर मौजूद कोरोना वैक्सीनेशन महाअभियान के नोडल अधिकारी और जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि सोमवार को जीएनएम स्कूल कोविड डेडिकेटेड हॉस्पिटल में कुल 10 स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज दिया गया। इन सभी स्वास्थ्य स्वाथ्यय कर्मियों को कोरोना टीकाकरण महाअभियान के पहले दिन कोरोना की कि वैक्सीन लगाई गई थी। इस अवसर पर वैक्सीन लगाने वाले कर्मियों को निर्देश देते हुए उन्होंने बताया कि कोविड वैक्सीनेशन का पहला डोज हो या दूसरा डोज बिना आधार कार्ड आइडेंटिफिकेशन के किसी को वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी। आधार कार्ड अनिवार्य है।