लोगों को जागरूक कर टीकाकरण केंद्र तक पहुंचा रहीं सेविका रंजना
सोशल मीडिया के सहारे भी लोगों को टीका लेने को कर रहीं प्रेरित
कजरैली पंचायत के तेतरहार के आंगनबाड़ी संख्या 80 की हैं सेविका
भागलपुर, 21 जुलाई
कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ आईसीडीएस के कर्मी भी कदम से कदम मिलाकर लोगों को स्वस्थ रखने में मदद कर रहे हैं। आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका इस काम में बढ़-चढ़कर अपनी भूमिका निभा रही हैं। नाथनगर प्रखंड की कजरैली पंचायत के तेतरहार गांव स्थित आंगनबाड़ी संख्या 80 की सेविका रंजना कुमारी इस कोरोना काल में बेहतर तरीके से अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन कर रही हैं। कोरोना टीका लेने के लिए भी वह घर-घर जाकर लोगों को मना रही हैं। टीके के प्रति लोगों के मन से भ्रम को दूर कर रही हैं। साथ ही सोशल मीडिया के जरिये भी लोगों को वह टीकाकरण के प्रति जागरूक कर रही हैं। लगातार लोगों से टीका लेने की अपील कर रही हैं।
कजरैली पंचायत के तेतरहार गांव के वार्ड संख्या 10 में स्थित है आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 80। इस वार्ड की 1200 से अधिक की आबादी है। कोरोना काल जब शुरू हुआ तो बड़ी संख्या में लोग बाहर से आने लगे। उस समय रंजना ने अपनी जिम्मेदारी को समझा और गांव आने वाले हर व्यक्ति को कोरोना जांच कराने के लिए ले जाने लगीं। श्याम दास कहते हैं, “जब मैं बाहर से आया था तो जैसे ही रंजना ने जांच के लिए कहा, मुझे गुस्सा हो गया था। मैं अपना घर आया हूं। यह कौन होती है जांच कराने ले जाने वाली, लेकिन जब उसने ठीक से समझाया तो मैं समझ गया।“ इसी तरह जब टीकाकरण शुरू हुआ तो लोग टीका लेने के लिए जाने से डरते थे, लेकिन रंजना ने न सिर्फ लोगों को टीका लेने के लिए राजी किया, बल्कि कई लोगों को तो खुद के पैसे रिक्शे पर ले जाकर टीका दिलवाया। गांव की मुखिया वृंदा देवी कहती हैं, “रंजना ने कोरोना काल में बहुत ही शानदार काम किया है। उसने गांववालों को बचा लिया। बाहर से आने वालों की जांच कराकर उसने बहुत समझदारी का परिचय दिया।“ वार्ड 10 की पार्षद प्रमिला देवी कहती हैं, “रंजना बेटी की तरह काम करती है। पढ़ी-लिखी है तो इस वजह से उसकी बात को सभी लोग मानते भी हैं। अभी कोरोना से बचाव के अलावा वह अपना स्थायी काम भी बेहतर तरीके से कर रही है।“
लोगों को लगातार कर रहीं जागरूकः जब से कोरोना काल शुरू हुआ है रंजना कुमारी लोगों को बार-बार हाथ धोने से लेकर मास्क पहनने और सामाजिक दूरी का पालन करने को प्रति जागरूक कर ही हैं। रंजना कहती हैं, “जब मैं विजिट पर रहती हूं और कोई बिना मास्क के दिख जाता है तो उसे तत्काल मास्क पहनने के लिए कहती हूं। अगर भीड़ दिख जाती है तो लोगों को इसके नुकसान के बारे में बताती हूं और अलग –अलग रहने के लिए कहती हूं। सभी को दो गज दूरी का पालन करने के लिए कहती हूं।“
अपने क्षेत्र के सभी लोगों के बारे में जानकारी रखती हैं रंजनाः रंजना कहती हैं, “मैं अपने क्षेत्र के सभी लोगों के बारे में जानकारी रखती हूं। इस वजह से मुझे कोरोना काल में काम करने सहूलियत हुई। मुझे पता रहता है कि किसके घर में कौन आने वाला है तो किसने टीका नहीं लिया है या फिर किसे टीका दिलवाना है। इसी तरह मुझे जैसे ही पता चलता है कि किसी घर से कोई महिला गर्भवती है तो सबसे पहले मैं उसे जांच की सलाह देती हूं। आंगनबाड़ी केंद्र संख्या पर उसकी जांच करवाकर फिर उसे सही पोषण के बारे में बताती हूं। गर्भवती महिलाओं को हरी सब्जियां, मांस और मछली समेत प्रोटीनयुक्त भोजन करने की सलाह देती हूं। जो महिलाएं मांस- मछली का सेवन नहीं करती हैं, उन्हें हरी सब्जियों और दूध का ज्यादा सेवन करने के लिए कहती हूं।“
15 साल से कर रही हैं काम: रंजना कुमारी 2006 से बतौर सेविका के तौर पर अपना काम कर रही हैं। रंजना के पति 5 भाई हैं। संयुक्त परिवार होने के नाते घर की भी जिम्मेदारी है, लेकिन घर की जिम्मेदारी के साथ सेविका का काम भी पूरे उत्साह के साथ करती हैं। इस काम में उनके पति भी सहयोग करते हैं। पति घर के काम में हाथ बंटाते हैं, इसलिए रंजना को क्षेत्र (फील्ड) में अपना काम करने में आसानी होती है।