परिवार नियोजन पखवाड़ा: निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने में जुटा स्वास्थ्य विभाग
- जिले में चल रहे पखवाड़ा का 04 दिसंबर को होगा समापन, सफलता को लेकर तेज हुई गतिविधि
- बच्चे दो ही अच्छे…छोटा परिवार सुखी परिवार…समझदारी दिखाइए, परिवार नियोजन का साधन अपनाइये
भागलपुर, 01 दिसंबर
जिले में चल रहे परिवार नियोजन पखवाड़ा का आगामी 04 दिसंबर समापन होगा। इसलिए, जो भी योग्य लाभार्थी अब तक परिवार नियोजन के साधन का लाभ नहीं ले पाएं, वह निर्धारित तिथि के अनुसार अपने नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान में लाभ ले सकते हैं। जिले के सभी पीएचसी में परिवार नियोजन की सुविधा उपलब्ध है| हर जगह जारी गाइडलाइन का पालन के साथ बेहतर सुविधा दी जा रही है। वहीं, पखवाड़ा की सफलता को लेकर हर हाल में निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पूरी ताकत झोंक दी है। साथ ही लोगों को जागरूक करने के लिए जिले में गतिविधि भी तेज कर दी गई है। जिसके माध्यम परिवार नियोजन को अपनाने के लिए योग्य दम्पत्तियों एवं उनके परिवार वालों को जागरूक किया जा रहा और सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई तमाम सुविधाओं की भी विस्तृत जानकारी दी जा रही है। ताकि अधिकाधिक लाभार्थी लाभ ले सकें और अभियान सफल हो सके। वहीं, निर्धारित लक्ष्य को हर हाल में पूरा करने के लिए सिविल सर्जन डाॅ उमेश कुमार शर्मा ने जिले के सभी स्वास्थ्य स्थानों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, मैनेजर, बीसीएम समेत अन्य पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं।
- छोटा और खुशहाल परिवार के लिए परिवार नियोजन जरूरी : सीएस डाॅ उमेश कुमार शर्मा ने बताया, छोटा और खुशहाल परिवार के लिए परिवार नियोजन की सुविधा को अपनाना बेहद जरूरी है। इसलिए, योग्य महिलाओं को इस साधन को अपनाने के लिए बेहिचक आगे आना चाहिए। क्योंकि, जब आपका परिवार छोटा होगा तभी आपके पूरे परिवार को उचित परवरिश मिलेगी और आप अपने बच्चे को उचित शिक्षा देने में सक्षम रहेंगे। साथ ही बच्चे की उचित रहन-सहन के साथ परवरिश होगी| इसलिए, शादी के साथ ही परिवार की संख्या की योजना तैयार करें।
- स्वस्थ माँ और मजबूत बच्चे के लिए तीन साल का अंतर जरूरी :
स्वस्थ माँ और मजबूत बच्चे के लिए बच्चे के जन्म में तीन साल का अंतर रखना जरूरी है। इसलिए, अगर आप खुशहाल परिवार की जिंदगी जीना चाहते तो पहला बच्चा 20 के बाद और दूसरे बच्चे में कम से कम तीन साल का अंतराल जरूर रखें। इससे ना सिर्फ स्वस्थ माँ और मजबूत बच्चे होंगे बल्कि, जच्चा-बच्चा दोनों भविष्य में भी अनावश्यक शारीरिक परेशानी से दूर रहेंगे। दरअसल, तीन साल का अंतर रखने से माँ तो स्वस्थ रहती ही है साथ ही बच्चे की भी रोग-प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। जिससे दोनों संक्रामक समेत अन्य बीमारियों से भी दूर रहता है। वहीं, उन्होंने कहा इस साधन को अपनाने से ना सिर्फ छोटा और सीमित परिवार होगा, बल्कि, जहाँ महिलाओं का शारीरिक विकास होगा वहीं, परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। - इन मानकों का करें पालन और कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर :
- मास्क का उपयोग और शारीरिक दूरी का पालन जारी रखें।
- विटामिन-सी युक्त पदार्थों का अधिक सेवन करें।
- अनावश्यक घरों से बाहर नहीं निकलें और भीड़-भाड़ वाले जगहों से परहेज करें।
- साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें और सैनिटाइजर का उपयोग करें।