थैलेसीमिया के इलाज के लिए जिला के ब्लड बैंक में दवा क्रय को राशि का आवंटन
- वित्तीय वर्ष 2021-22 के तहत बीएमएसआईसीएल के माध्यम से क्रय करनी है दवा
- राज्य स्वास्थ्य समिति के एसपीओ ब्लड बैंक ने सिविल सर्जन को जारी की चिट्ठी
मुंगेर, 17 जनवरी। थैलेसीमिया जैसी बीमारी से पीड़ित रोगियों के बेहतर इलाज के लिए मुंगेर जिला के सभी ब्लड बैंक में आयरन चेलेटिंग एजेंट (ड्रग्स) क्रय करने के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा वित्तीय वर्ष 2021-22 के तहत 1, 75, 500 रुपये का आवंटन हुआ है। राज्य स्वास्थ्य समिति के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी(ब्लड बैंक) नरेंद्र कुमार ने एनएमसीएच पटना , एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर के सुपरिटेंडेंट के साथ- साथ मुंगेर सहित कई जिलों के सिविल सर्जन को इससे संबंधित पत्र जारी किया है।
मुंगेर के सिविल सर्जन डॉ. हरेन्द्र आलोक ने बताया कि आयरन चेलेटिंग एजेंट (ड्रग्स) के रूप में डेसाफेरॉक्स डिटी 100 और 400 एमजी दवा को बीएमएसआईसीएल के माध्यम से क्रय करने के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार के द्वारा मुंगेर जिला को कुल 1,75, 500 रुपये का आवंटन प्राप्त हुआ है। इस राशि से जिला के ब्लड बैंक में उक्त दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
जिला स्वास्थ्य समिति मुंगेर के जिला कार्यक्रम समन्वयक विकास कुमार ने बताया कि थैलेसीमिया के मरीजों में खून नहीं बनने के कारण उन्हें बार-बार ब्लड ट्रांस्फ्यूजन का सहारा लेना पड़ता है। इसकी वजह से उनके शरीर में आयरन की मात्रा ओवरलोड हो जाता और उन्हें कई प्रकार की कॉम्प्लिकेशन से भी गुजरना पड़ता है। चेलेटिंग थेरेपी के द्वारा शरीर के एक्सेस आयरन को शरीर से दूर कर दिया जाता है। वर्तमान में बीएमएसआईसीएल के द्वारा आयरन चेलेटिंग ड्रग्स के रूप में डेसाफेरॉक्स डिटी 100 और 400 एमजी उपलब्ध है। चिकित्सा विज्ञान की भाषा में चेलेटिंग एजेंट्स मेडिसिन का इस्तेमाल शरीर से टॉक्सिक मेटल को दूर हटाने के लिए किया जाता है। यह एक केमिकल कंपाउंड है जो बहुत ही मजबूती से मेटल आयन से जुड़े होते हैं।