रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाएं मजबूत, बीमारियों से होगा बचाव
-दिन में प्रचंड गर्मी और रात में तापमान में गिरावट आने से बीमार होने का खतरा
-घरेलु नुस्खे अपनाकर रहें स्वस्थ, बासी खाना खाने से बचें और जमकर पानी पीएं
बांका, 29 अप्रैल।
तापमान लगातार 40 डिग्री के ऊपर रह रहा है। कभी-कभी तो 44 डिग्री तक पहुंच जाता है। दूसरी तरफ रात में तापमान में गिरावट आ जाती है। ऐसे मौसम में स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की जरूरत है। जरा सी लापरवाही आपको बीमार कर सकती है। इससे बचने के लिए घरेलु नुस्खे अपनाकर रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाएं। इस बदलते मौसम में खासकर नवजातों व बुजुर्गों के स्वास्थ्य के प्रति विशेष ख्याल रखने की जरूरत है। युवाओं के सापेक्ष नवजात और बुजुर्गों की रोग-प्रतिकारक क्षमता कमजोर होती है। इसलिए, नवजात और बुजुर्गों का खान-पान समेत अन्य दिनचर्या का ख्याल रखने की जरूरत है।
पौष्टिक आहार का करें सेवनः शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. सुनील कुमार चौधरी ने बताया कि मौसम में लगातार बदलाव हो रहे हैं। ऐसे में लोगों को सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है। थोड़ी सी लापरवाही भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है। मौसमी बीमारी से बचाव के लिए पौष्टिक और प्रोटीन युक्त आहार का सेवन करना चाहिए। साथ ही इस बदलते मौसम में नवजातों व बुजुर्गों का भी विशेष ख्याल रखने की जरूरत है। इसके अलावा इस बदलते मौसम में भी स्वस्थ शरीर के लिए साफ-सफाई का भी विशेष ख्याल रखें। दरअसल, साफ-सफाई हमें न सिर्फ मौसमी बीमारियों से बचाता है, बल्कि हर संक्रामक बीमारी से दूर रखती है और स्वस्थ शरीर निर्माण में भी सहयोग करता है।
बच्चों को धूप में अनावश्यक नहीं निकलने दें बाहर: डॉ. चौधरी ने बताया कि लगातार तापमान में हो रही बेतहाशा वृद्धि के कारण मौसमी बीमारियों का संभावना बढ़ गई है। ऐसे में इस बचाव के लिए हर आयुवर्ग के लोगों को खाली पेट और अनावश्यक घरों से बाहर निकलने से परहेज करना चाहिए। अगर निकलते भी हैं तो निश्चित तौर पर खाना खाकर और निकलने के पूर्व नींबू-पानी जरूर ले लें तथा पानी साथ में भी लेकर निकलें। इसके अलावा गमछा/तौलिया भी निश्चित रूप से साथ में रखें। यह लू बरसती धूप के प्रभाव से बचाव के लिए काफी हद तक कारगर होगा। साथ ही खासकर बच्चों को अनावश्यक घर से बाहर नहीं निकलने दें और बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें।
नियमित रूप से करें व्यायाम: बदलते मौसम में स्वस्थ शरीर निर्माण के लिए व्यायाम पर भी बल दें और नियमित रूप से व्यायाम करें। साथ ही समय पर खाना खाएं। किसी प्रकार की स्वास्थ्य पीड़ा होने पर तुरंत चिकित्सकों से आवश्यक जांच करानी चाहिए। मौसमी व संक्रामक बीमारी से दूर रहने के लिए पूर्व की भांति रहन-सहन में भी सकारात्मक बदलाव करें। इसके लिए शौचालय, बाथरूम समेत घर के अन्य जगहों की नियमित साफ-सफाई करें। आवश्यकतानुसार ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराएं। घर के आसपास जलजमाव नहीं होने दें। कूड़ेदान का उपयोग करें।