ब्रेट ली बनने वाले थे जीत के हीरो, लेकिन एंड्रयू फ्लिंटॉफ ने ऑस्ट्रेलिया को दी सबसे कड़वी हार, फिर एक फोटो…
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच आज के दिन 2005 में एशेज सीरीज का संभवत: सबसे शानदार
करीबी मुकाबला खेला गया था, जिसे क्रिकेट फैंस लंबे समय तक नहीं भूलेंगे। इस मैच में भरपूर ड्रामा और एक्शन था, जिसमें अंत में इंग्लैंड की जीत हुई। चलिए आपको इस मैच के बारे में विस्तार से जानकारी देते हैं। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया (ENG vs AUS) के बीच 2005 एशेज सीरीज (Ashes Series) के दौरान 4 अगस्त से बर्मिंघम में दूसरा टेस्ट मैच शुरू हुआ था। इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी की और मार्कस ट्रेस्कोथिक (90) व एंड्रयू फ्लिंटॉफ (68) की पारियों के सहारे पहली पारी में 407 रन बनाए। जवाब में ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 308 रन पर सिमट गई।
इंग्लैंड का रहा दबदबा
इंग्लैंड ने इस तरह पहली पारी के आधार पर 99 रन की बढ़त हासिल की। फिर शेन वॉर्न (6 विकेट) और ब्रेट ली (4 विकेट) ने इंग्लैंड के परखच्चे उड़ाते हुए उसकी दूसरी पारी केवल 182 रन पर ऑलआउट कर दी। इस तरह ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 282 रन का लक्ष्य मिला।
ब्रेट ली और वॉर्न ने फूंकी मैच में जान
इंग्लैंड के गेंदबाजों ने तीसरे ही दिन इंग्लैंड की जीत लगभग तय कर दी थी। 282 रन का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे दिन स्टंप्स तक 175 रन पर आठ विकेट गंवा दिए थे। 7 अगस्त 2005 यानी चौथे दिन शेन वॉर्न (42) और ब्रेट ली (43*) ने मैच में जान फूंकी। दोनों ने 9वें विकेट के लिए 45 रन की साझेदारी की।
खेल भावना का वायरल फोटो
ऑस्ट्रेलिया की करीबी हार के बाद ब्रेट ली निराश होकर बैठ गए थे। इंग्लैंड की टीम जोरदार जश्न मना रही थी, लेकिन फिर एंड्रयू फ्लिंटॉफ कंगारू बल्लेबाज के पास गए और उनका हाथ पकड़कर उन्हें उठाया। फ्लिंटॉफ ने फिर ली को गले लगाया और खेल भावना का शानदार संदेश दिया। ली और फ्लिंटॉफ का यह फोटो व वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ।
वो पल जो फैंस कभी नहीं भूलेंगे
शेन वॉर्न तब एंड्रयू फ्लिंटॉफ की गेंद पर हिटविकेट आउट होकर पवेलियन लौट गए। ऑस्ट्रेलिया जीत से 62 रन दूर था जबकि उसका आखिरी विकेट बचा था। ब्रेट ली और लास्ट मैन माइकल कास्प्रोविच (20) ने तय किया कि साझेदारी करके स्कोर को जितना हो सके आगे ले जाएंगे।
दोनों ने आखिरी विकेट के लिए 59 रन की साझेदारी की। ऑस्ट्रेलिया की जीत लगभग तय नजर आ रही थी। मगर किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। स्टीव हार्मिसन की गेंद पर कास्प्रोविच ने विकेटकीपर गेरांट जोंस को कैच थमा दिया और इंग्लैंड ने रोमांच से भरा मुकाबला 2 रन से अपने नाम किया। इस जीत के साथ इंग्लैंड ने पांच मैचों की सीरीज में 1-1 की बराबरी की। ऑस्ट्रेलिया ने पहला टेस्ट 239 रन के अंतर से जीता था।