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सुप्रीम कोर्ट ने पेपर लीक की जांच की मांगी विस्तृत रिपोर्ट

CJI ने सरकार से पूछा सबसे बड़ा सवाल

सुप्रीम कोर्ट में नीट यूजी पेपर लीक और री टेस्ट मुद्दे पर अहम सुनवाई पूरी हो चुकी है. अब सीजेआई ने याचिकाकर्ताओं के सभी वकीलों से कहा है कि वह 10 जुलाई (बुधवार) तक अपनी दलील पेश करें. उसमें उन्हें बताना होगा कि नीट यूजी परीक्षा दोबारा क्यों होनी चाहिए. किसी भी वकील की दलील 10 पन्नों से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. सुप्रीम कोर्ट ने नीट यूजी री टेस्ट को सबसे आखिरी विकल्प के तौर पर रखने के लिए कहा है.

 एनटीए को देने होंगे 3 सवालों के जवाब

सीजेआई ने एनटीए से इन तीन सवालों के जवाब मांगे हैं-
1- नीट यूजी प्रश्न पत्र कब लीक हुए
2- नीट यूजी प्रश्न पत्र कैसे लीक हुए
3- नीट यूजी पेपर लीक और परीक्षा के बीच कितना समय था

क्या नीट यूजी परीक्षा दोबारा होगी?

CJI – नीट यूजी पेपर दोबारा होगा या नहीं, इसके लिए यह देखा होगा कि क्या लीक सिस्टमैटिक तरीके से हुआ है. क्या लीक से पूरी परीक्षा प्रक्रिया की पवित्रता प्रभावित हुई है या फिर फ्रॉड का फायदा उठाने वालों को अलग किया जा सकता है? अगर परीक्षा की पवित्रता प्रभावित हुई है तो दोबारा से परीक्षा जरूरी है. लेकिन अगर फायदा उठाने वाले छात्रों की पहचान हो जाए तो दोबारा परीक्षा की जरूरत नहीं होगी.

नीट यूजी में इन मामलों पर होगी जांच

1- कथित उल्लंघन सिस्टेमेटिक तरीके से हुआ है
2- क्या उल्लंघन ने पूरी परीक्षा प्रक्रिया को प्रभावित किया है
3- क्या धोखाधड़ी के लाभार्थियों को बेदाग छात्रों से अलग करना संभव है?

 

क्या नीट यूजी सुनवाई में सीबीआई को शामिल किया जा सकता है?
सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के दौरान इस बात को रखा गया है कि सीबीआई सभी एफआईआर को केंद्र में रखते हुए एक स्टेटस रिपोर्ट फाइल करे. सीजेआई ने सलाह दी है कि जरूरत पड़ने पर साइबर फोरेंसिंक विभाग की मदद भी ली जा सकती है.

  नीट यूजी मामले की अगली सुनवाई कब होगी?
सीजेआई ने कहा है कि याचिकाकर्ता की तरफ से पेश सभी वकील 10 जुलाई तक इस बात पर अपनी दलीलें पेश करेंगे कि दोबारा परीक्षा क्यों होनी चाहिए और केंद्र तारीखों की पूरी सूची भी देगा. हम इस मामले को 11 जुलाई (गुरुवार) को सुन सकते हैं. सीबीआई भी स्टेटस रिपोर्ट दाखिल कर सकती है.

 सेलेक्टेड स्टूडेंट्स दे सकते हैं नीट यूजी री टेस्ट
सीजेआई का कहना है कि नीट यूजी री टेस्ट को आखिरी विकल्प के तौर पर रखा जाना चाहिए. फिलहाल हमें यह जानना है कि क्या पूरी परीक्षा प्रभावित हुई है और क्या नीट में मैलप्रैक्टिस करने वालों को ढूंढा जा सकता है? अगर ऐसा है तो नीट यूजी री टेस्ट सिर्फ उतने ही स्टूडेंट्स के लिए आयोजित करवा सकते हैं.

  नीट यूजी परीक्षा किस आधार पर रद्द हो सकती है?
CJI ने सुनवाई के दौरान कहा कि 1563 छात्रों ने दोबारा नीट यूजी परीक्षा दी, जिन्हें ग्रेस मार्क्स दिए गए थे. क्या हम लाभार्थी छात्रों का पता लगाने में सक्षम हैं? अगर ऐसा नहीं है तो परीक्षा को रद्द किया जा सकता है. इसलिए हम इस मामले की पूरी जानकारी चाहते हैं.

 भविष्य में नीट पेपर लीक जैसी घटना को कैसे रोक सकते हैं?
CJI ने कहा- हमें इस बात को भी देखना है कि भविष्य में इस तरह की बात न हो, उसको लेकर क्या किया जा सकता है. हम प्रतिष्ठित परीक्षा की बात कर रहे हैं. मिडिल क्लास के अभिभावक बच्चों को मेडिकल में जाने के लिए कहते हैं. यह उन सबके भविष्य की बात है.

  नीट यूजी पेपर लीक हुआ था – CJI
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान सीजेआई ने कहा- इसमें कोई शक नहीं है कि नीट यूजी पेपर लीक हुआ था. इस बात को स्वीकार भी किया जा चुका है.

  नीट यूजी री टेस्ट 2024 करवाने पर क्या परेशानी हो सकती है?
सीजेआई ने सुनवाई के दौरान कहा कि आप सिर्फ इसलिए पूरी परीक्षा रद्द नहीं कर सकते क्योंकि 2 छात्र कदाचार में शामिल थे. इसलिए हमें पेपर लीक का नेचर समझना होगा. तैयारी, यात्रा और एडमिशन शेड्यूल में फेरबदल के साथ 23 लाख छात्रों को दोबारा परीक्षा देने के लिए कहना आसान नहीं होगा.

  नीट परीक्षा में रेड फ्लैग को पहचानना है जरूरी- CJI
सीजेआई ने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान कहा कि नीट यूजी परीक्षा में रेड फ्लैग को पहचानना जरूरी है. उसी के आधार पर फैसला लिया जा सकेगा.
1- इस साल नीट यूजी परीक्षा में 67 स्टूडेंट्स ने टॉप किया था. इनमें से सभी फ्रॉड नहीं होंगे. हो सकता है कि कुछ एक्सट्रा ऑर्डिनरिली स्मार्ट हों. लेकिन हमें इस बात पर गौर करना होगा कि अचानक से नीट यूजी टॉपर्स की संख्या में इतना इजाफा कैसे हो गया.

2- परीक्षार्थियों ने नीट यूजी परीक्षा केंद्र क्यों और कैसे बदला.

3- क्या किसी स्टूडेंट ने किसी एक विषय में बहुत ज्यादा मार्क्स स्कोर किए हैं?

  सुनवाई के दौरान सीजेआई ने पूछे बड़े सवाल
1- पेपर किसकी कस्टडी में रखे गए थे? NTA ने पेपर शहरों के बैंकों को कब भेजे? हम जानना चाहते हैं कि प्रिंटिंग प्रेस कौन सी है और ट्रांसपोर्टेशन के क्या इंतजाम थे?
2- CJI ने कहा कि अगर लीक इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से हुआ है तो इस पर हमें विस्तार से बताइए. जो भी हम फैसला लेंगे उससे लाखों छात्र प्रभावित होंगे.
3- CJI ने कहा कि 720 अंक जिन 67 छात्रों को मिले हैं, उनमें से कितने छात्रों को ग्रेस मार्क मिले. इसकी डिटेल जानकारी चाहिए.
4- CJI ने कहा कि 720 अंक जिन छात्रों को मिले हैं, उनमें से कोई रेड फ्लैग तो नहीं? अगर ऐसा हो तो क्या इसकी जांच हो सकती है?

 

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