जांच से टूटेगी कोरोना की चेन
- अधिक से अधिक जांच पर दिया जा रहा है जोर
- स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव-गांव लगा रही चक्कर
भागलपुर, 1 सितंबर
कोरोना की चेन तोड़ने के लिए अब जांच को हथियार बनाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग इसके लिए युद्ध स्तर पर काम कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव- गांव जाकर लोगों को जांच के लिए जागरूक कर रही है। मायागंज अस्पताल के कोरोना वार्ड के नोडल प्रभारी डॉ हेमशंकर शर्मा का कहना है कि इसपर विशेष जोर दिया जा रहा है।
गांव-गांव घूमकर कर रहे जागरूक:
नोडल प्रभारी डॉक्टर हेमशंकर शर्मा का कहना है कि
स्वास्थ्य विभाग कोरोना को लेकर पूरी तरह से अलर्ट है। टीम गांव- गांव घूम रही है और लोगों जानकारी ले रही है। स्वास्थ्य विभाग यह अपील कर रहा है कि गांव में घूम रही टीम के सामने जाकर लोग अपनी समस्या बताएं। अधिक से अधिक जांच कराने को लेकर भी लोगों से अपील की जा रही है, जिससे कोरोना की चेन तोड़ी जा सके। अगर समय से संक्रमण का पता चल जाएगा तो इसका प्रसार आसानी से रोका जा सकेगा। लोगों को जागरुक किया जा रहा है कि वह अपनी जिम्मेदारी समझें और जांच के लिए आगे आएं।
प्रतिदिन 4000 लोगों की होगी जांच:
सिविल सर्जन डॉक्टर विजय कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना की चेन तोड़ने के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार काम कर रहा है। अब तो जांच का दायरा भी बढ़ा दिया गया है, अभी तक जिले में प्रतिदिन 2800 लोगों की जांच होती थी लेकिन अब अब एक दिन में 4000 लोगों की जांच होगी। जिले के सभी सरकारी अस्पतालों के प्रभारियों को इस सम्बंध में निर्देश भी जारी कर दिया गया है।
कोरोना जांच के लिए गांवों में की जा रही माइकिंग: कोरोना जांच के लिए लोगों से आगे आने की अपील की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीम के सदस्य गांव- गांव घूमकर माइकिंग कर लोगों से जांच के लिए आने को कह रहे हैं। टीम के सदस्य लोगों को बता रहे हैं कि जांच कराने के क्या फायदे हैं। जांच कराने से किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं है.
सरकार की गाइड लाइन का हो रहा पालन:
स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में कोरोना जांच के दौरान सरकारी गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं। जांच करने वाले स्वास्थ्यकर्मी कोरोना किट पहनकर जांच कर रहे हैं, साथ ही जांच के दौरान सामाजिक दूरी का भी पालन कर रहे हैं। स्वास्थ्यकर्मी के अलावा जो लोग वहां पर मौजूद रहते हैं, सभी लोग ग्लव्स और मास्क पहने रहते हैं। इससे दूसरों में कोरोना का संक्रमण नहीं होगा। इसलिए बेहिचक जांच के लिए आगे आएं वहां किसी तरह का कोई खतरा नहीं है।
इन बातों का रखें ख्याल
- खांसी या छींक आने के दौरान अपने मुंह को टिशू पेपर से कवर करें और उसे तुरंत किसी बंद डस्टबिन में फेंक दें।
- अगर आपको बुखार, खांसी और सांस लेने में समस्या है तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। चिकित्सक से सलाह लेते वक्त मुंह को मास्क या कपड़े से अच्छे से ढकें।
- अगर आप कोरोना वायरस के शिकार हैं तो अपना ध्यान रखने के साथ-साथ किसी भी व्यक्ति के नजदीक न जाएं। इससे बढ़ते खतरे को रोकने में आसानी होगी।
- अपने हाथों से आंख, मुंह या नाक को बार-बार न छूएं यदि ऐसा करते भी हैं तो साबुन या सेनिटाइजर से हाथों को अच्छी तरह साफ करें।
- सार्वजनिक स्थलों पर भी स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। राह चलते यूं ही सकड़ों पर न थूकें।