कोरोना को मात देने के लिए जांच में नहीं करें देरी
- लक्षण दिखने पर तत्काल कराएं कोविड – 19 की जांच
- बीमारी को नजर अंदाज करना पड़ सकता है जान पर भारी
- कोरोना के नए-नए लक्षण आए दिन तेजी से आ रहे हैं सामने
भागलपुर, 04 सितंबर
कोरोना को मात देने के लिए जांच में देरी नहीं करनी चाहिए। अगर लक्षण दिखे तो तत्काल जांच करानी चाहिए। जांच में तेजी लाने को स्वास्थ्य विभाग तेजी से काम कर रहा है। जांच से ही कोरोना के चक्र को तोड़ा जा सकता है। इसलिए यदि किसी भी व्यक्ति में कोरोना के कोई लक्षण दिखे तो तत्काल जांच करा लेनी चाहिए। अगर जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो इलाज शुरू कर देना चाहिए। इस मामले में थोड़ी सी चूक भारी पड़ सकती है। कोरोना का चक्र बढ़ सकता है जिससे संपर्क में आने वाले भी परेशान हो जाएंगे। मायागंज अस्पताल के कोरोना वार्ड के नोडल प्रभारी डॉ हेमशंकर शर्मा का कहना है कि शुरुआत में ही कोरोना का इलाज हो जाने से लोग जल्द ठीक हो जाते हैं और उन्हें किसी तरह का कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता है, लेकिन देरी करने पर ऐसा नहीं होता है। इससे मरीज को ठीक होने में काफी समय लग जाता है.
- नए नए लक्षण आ रहे सामने
डॉक्टर शर्मा कहते हैं कि कोरोना के लक्षण लगातार बदल रहे हैं। पहले सूखी खांसी और बुखार को कोरोना का लक्षण माना जाता था, लेकिन अब इसमें कई और लक्षण जुड़ गए हैं। अब तो यह भी देखा जा रहा है कि कोरोना पीड़ित मरीजों का शुगर भी बढ़ जा रहा है। कोरोना होने से पहले जिस व्यक्ति का शुगर सामान्य था, कोरोना होने के बाद उसका शुगर 550- 600 के पार हो गया, जो कि काफी चिंताजनक है। इसलिए इलाज में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतें। - गांव-गांव घूमकर कर रहे जागरूक
कोरोना वार्ड के नोडल प्रभारी डॉक्टर हेमशंकर शर्मा का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना को लेकर पूरी तरह से अलर्ट है। टीम गांव- गांव घूम रही है और लोगों से जानकारी ले रही है। स्वास्थ्य विभाग यह अपील कर रहा है कि गांव में घूम रही टीम के सामने जाकर लोग अपनी समस्या बताएं। अधिक से अधिक जांच कराने को लेकर भी लोगों से अपील की जा रही है, जिससे कोरोना की चेन तोड़ी जा सके। अगर समय से संक्रमण का पता चल जाएगा तो इसका प्रसार आसानी से रोका जा सकेगा। लोगों को जागरुक किया जा रहा है कि वह अपनी जिम्मेदारी समझें और जांच के लिए आगे आएं। - कोरोना जांच के लिए गांवों में की जा रही माइकिंग
कोरोना की जांच के लिए लोगों से आगे आने की अपील की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव- गांव घूमकर माइकिंग कर लोगों से जांच के लिए आने को कह रही है। टीम के सदस्य लोगों को जांच के फयदे बता रहे हैं। लोगों को समझाया जा रहा है कि जांच से किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं है और न ही इससे संक्रमण फैलने का खतरा होता है। - सरकार की गाइडलाइन का हो रहा पालन
स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में कोरोना जांच के दौरान सरकारी गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन कर रही है। जांच करने वाले स्वास्थ्यकर्मी कोरोना किट पहनकर जांच कर रहे हैं, साथ ही जांच के दौरान सामाजिक दूरी का भी पालन कर रहे हैं। स्वास्थ्यकर्मी के अलावा जो लोग वहां पर मौजूद रहते हैं, सभी लोग ग्लब्स और मास्क पहने रहते हैं। इससे दूसरों में कोरोना का संक्रमण नहीं होगा। इसलिए बेहिचक जांच के लिए आगे आएं। - इन बातों का रखें ख्याल
- खांसी या छींक आने के दौरान अपने मुंह को टिशू पेपर से कवर करें और उसे तुरंत किसी बंद डस्टबिन में फेंक दें।
- अगर आपको बुखार, खांसी और सांस लेने में समस्या है तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
- चिकित्सक से सलाह लेते वक्त मुंह को मास्क या कपड़े से अच्छे से ढकें।
- अगर आप कोरोना वायरस के शिकार हैं तो अपना ध्यान रखने के साथ-साथ किसी भी व्यक्ति के नजदीक न जाएं, इससे बढ़ते खतरे को रोकने में आसानी होगी।
- अपने हाथों से आंख, मुंह या नाक को बार-बार न छूएं यदि ऐसा करते भी हैं तो साबुन या सेनिटाइजर से हाथों को अच्छी तरह साफ कर लें।
- सार्वजनिक स्थलों पर भी स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें, राह चलते यूं ही सकड़ों पर न थूकें।