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तेजी से उभरते करेंसी की लिस्ट में दूसरे नंबर पर रहा भारतीय रुपया

 क्या बन पाएगा डॉलर का विकल्प?

इंडोनेशियाई की करेंसी ‘रुपिया’ के बाद भारतीय करेंसी रुपया दुनिया की दूसरी सबसे तेजी से उभरती हुई मुद्रा बन गई है। इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर थाईलैण्ड की मुद्रा भट और चौथे नंबर पर हांगकांग डॉलर रही है। भारतीय रुपया 0.41 प्रतिशत मजबूत हुई है।2023 में भारतीय करेंसी ‘रुपया’ दुनिया में दूसरी सबसे तेजी से उभरती हुई मुद्रा बन गई है। यहां उभरती हुई मुद्रा का मतलब वैसी मुद्रा जो वैश्विक बाजारों में अपनी पहचान और जगह बना रही है।

क्यों मजबूत हुआ रुपया ?

पिछले महीने तेजी से उभरते करेंसी की लिस्ट में रुपया के होने का कारण देश में मजबूत वित्तीय गतिविधियों के संचयी प्रभाव और तेल की कीमतों में गिरावट होना शामिल है। इसके अलावा शेयर बाजारों में एफआईआई की लगातार खरीदारी रुपये में रिकवरी का एक और कारण है।साल 2022 में रुपये के मूल्य में 10 फीसदी की कमी के बाद, 2023 में अब तक रुपया डॉलर के मुकाबले 81.84 पर स्थिर है। कैपिटल ऑउटफ्लो को लेकर जारी अनिश्चितता के बावजूद 2023 में अब तक रुपया काफी स्थिर रहा है।

कच्चे तेल की कीमत में गिरावट से रुपए को मिला सपोर्ट

वैश्विक बाजारों में कच्चे तेल की कीमत 80 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गई है जिसके वजह से भारतीय करेंसी रुपया में मजबूती आई है। दूसरी ओर पिछले महीने अप्रैल में अमेरिकी डॉलर सूचकांक कमजोर हुआ।

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