संसद में हंगामा शांत करने के लिए एक्शन में सरकार, प्रल्हाद जोशी और मेघवाल ने विपक्षी नेताओं से की मुलाकात
Parliament Monsoon Session
सरकार और विपक्ष के बीच मणिपुर मुद्दे पर गतिरोध को खत्म करने के लिए केंद्रीय मंत्री
प्रल्हाद जोशी और अर्जुन राम मेघवाल ने विपक्षी नेताओं से मुलाकात की है। उधर राज्यसभा के सभापति सदन के कामकाज को लेकर सभी दलों के नेताओं की बैठक बुलाई हैं। विपक्ष मणिपुर मुद्दे पर सरकार को घेरने के साथ पीएम मोदी के बयान देने पर अड़ा है। संसद के मानसून सत्र के बीच दोनों सदनों में मणिपुर हिंसा मामले पर हंगामा मचा है। सरकार और विपक्ष के इस गतिरोध को खत्म करने के लिए केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी और अर्जुन राम मेघवाल ने विपक्षी नेताओं से मुलाकात की है। उधर, राज्यसभा के सभापति सदन के कामकाज को लेकर सभी दलों के नेताओं की बैठक बुलाई हैं।
विपक्ष ने किया विरोध प्रदर्शन
दूसरी ओर, आज विपक्ष के इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस (INDIA) के सांसदों ने मणिपुर में जातीय हिंसा पर “सरकार की चुप्पी” के खिलाफ सोमवार को संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास विरोध प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की अपनी मांग दोहराई।
खरगे ने पीएम मोदी से बयान देने की मांग की
कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने विरोध स्थल पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वे राज्यसभा और लोकसभा दोनों अध्यक्षों से अनुरोध कर रहे हैं कि वे मोदी से आग्रह करें कि वे मणिपुर में वास्तविक स्थिति के बारे में बताएं। खरगे ने कहा कि पीएम संसद कक्ष में भी नहीं आते हैं और केवल अपने कार्यालय में बैठते हैं और जो चल रहा है उसे सुनते हैं। अगर पीएम संसद में मणिपुर पर बयान देते हैं तो हम चर्चा कर सकते हैं।
कांग्रेस विधायक मनिकम टैगोर, मनीष तिवारी, राष्ट्रीय जनता दल के मनोज झा ने आज मणिपुर पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव पेश किया है।
मणिपुर वीडियो पर भड़का है हंगामा
बता दें कि 19 जुलाई को एक वीडियो सामने आया था, जिसमें मणिपुर में तीन महिलाओं को नग्न कर परेड कराते हुए दिखाया गया। इससे आक्रोश भड़क गया और पिछले सप्ताह मानसून सत्र के पहले दो दिन हंगामे की भेंट चढ़ गए। संसद में मणिपुर पर बहस को लेकर इंडिया गठबंधन अपने रुख पर अड़ा हुआ है।