Deprecated: Function WP_Dependencies->add_data() was called with an argument that is deprecated since version 6.9.0! IE conditional comments are ignored by all supported browsers. in /home/u709339482/domains/mobilenews24.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6131
newsराशिफल

Gupt Navratri 2023: गुप्त नवरात्रि में करें इन दस प्रमुख महाविद्याओं की उपासना

Gupt Navratri 2023 हिन्दू पंचांग के अनुसार आज से आषाढ़ गुप्त नवरात्रि का शुभारंभ हो रहा है।

Gupt Navratri 2023: आज यानि आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से आषाढ़ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है। आज से मां दुर्गा के नौ प्रमुख स्वरूपों की उपासना विशेष रूप से की जाएगी। माना जाता है कि गुप्त नवरात्रि में पूजा-पाठ और दान धर्म करने से व्यक्ति विशेष फलों की प्राप्ति होती है।

गुप्त नवरात्रि के दौरान तंत्र-मंत्र से जुड़ी साधनाएं गुप्त रूप से की जाती है। मान्यता है कि आषाढ़ नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के नव स्वरूप और दस महाविद्वाओं की उपासना करने से जीवन में आ रही सभी समस्याएं दूर हो जाती है और साधकों की सभी मनोकामना पूर्ण होती है। आइए, जानते हैं गुप्त नवरात्रि पूजा की तिथि और गुप्त नवरात्रि कैलेंडर।

19 जून 2023, सोमवार- माता काली

आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के प्रथम दिन माता काली की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन मां काली की उपासना करने से शत्रुओं का असर जीवन पर कम हो जाता है और नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती है। साथ ही सभी प्रकार के भाई और रोग से मुक्ति प्राप्त हो जाती है। इस दिन कम से कम 108 बार ‘ॐ क्रीं कालिके स्वाहा।’ मंत्र का जाप जरूर करें।

20 जून 2023, मंगलवार- तारा माता

दस महाविद्याओं में दूसरे स्थान पर तारा माता की उपासना की जाती हैं। इन्हें तारिणी के नाम से भी जाना जाता है। गुप्त नवरात्रि के दूसरे दिन तारा माता की उपासना करने से जीवन में सुख एवं समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस दिन ‘ॐ ह्रीं स्त्रीं हुं फट।’ मंत्र का 1 माला जाप करें।

21 जून 2023, बुधवार- माता षोडशी

देवी षोडशी की पूजा करने से भौतिक सुखों के साथ-साथ मोक्ष की प्राप्ति होती है। वह अपने भक्तों को सुंदरता, सौभाग्य और अन्य सांसारिक सुखों का आशीर्वाद भी देती हैं। गुप्त नवरात्रि के तीसरे दिन ‘ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं सौ: ॐ ह्रीं श्रीं क ए ई ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं सकल ह्रीं सौ: ऐं क्लीं ह्रीं श्रीं नम:।’ मंत्र का जाप जरूर करें।

22 जून 2023, गुरुवार- मां भुवनेश्वरी

गुप्त नवरात्रि के चौथे दिन मां भुवनेश्वरी देवी की पूजा की जाती है। मान्यता है कि माता की उपासना करने से वह अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पलक झपकते ही पूरी कर देती हैं। उनकी पूजा नाम, प्रसिद्धि, वृद्धि और समृद्धि के लिए उनकी पूजा की जाती है। इस विशेष दिन पर ‘ॐ ह्रीं भुवनेश्वर्ये नम:।’ मंत्र का जाप करें।

23 जून 2023, गुरुवार- माता भैरवी

दस महाविद्वाओं में पांचवे स्थान पर माता भैरवी हैं, जिनकी उपासना गुप्त नवरात्रि के पांचवे दिन की जाती है। माता भैरवी एक शत्रुओं की विनाशिनी है और इनकी उपासना करने से साधक को विजय, रक्षा, शक्ति और सफलता आदि की प्राप्ति होती है। इस दिन ‘ॐ ह्नीं भैरवी क्लौं ह्नीं स्वाहा’ मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करें।

24 जून 2023, शुक्रवार- देवी छिन्नमस्ता

गुप्त नवरात्रि पर्व के छठे दिन देवी छिन्नमस्ता की विधिपूर्वक उपासना की जाती है। मान्यता है कि देवी की पूजा करने से आत्म-दया, भय से मुक्ति और स्वतंत्रता प्राप्ति में सहायता मिलती है। साथ शत्रुओं को परास्त करने, करियर में सफलता, नौकरी में तरक्की और कुंडली जागरण के लिए मां छिन्नमस्ता की पूजा की जाती है। इस दिन ‘श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं वज्रवैरोचनीये हूं हूं फट् स्वाहा।’ मंत्र का जाप करें।

25 जून 2023, शनिवार- माता धूमावती

माता धूमावती की उपासना दस महाविद्वाओं में सातवें स्थान पर की जाती है। इन्हें मृत्यु की देवी भी कहा जाता है। माना जाता है कि गुप्त नवरात्रि के तीसरे दिन माता धूमावती की उपासना करने से कई प्रकार के दुख व दुर्भाग्य से राहत मिलत है और ज्ञान, बुद्धि व सत्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस दिन ‘ॐ धूं धूं धूमावत्यै फट्।’ मंत्र का जाप प्रभावशाली माना जाता है।

26 जून 2023, रविवार- मां बगलामुखी

गुप्त नवरात्रि की अष्टमी तिथि के दिन माता बगलामुखी की पूजा का विधान है। शास्त्रों में बताया गया है कि माता बगलामुखी की उपासना करने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती और उनसे सुरक्षा मिलती है। कहा यह भी जाता है कि देवी शत्रुओं को पंगु बना देती हैं। इस दिन ”ॐ ह्रीं बगलामुखी सर्व दुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिह्वां कीलयं बुद्धिं विनाशय ह्रीं ॐ स्वाहा।’ मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए।

27 जून 2023, सोमवार- देवी मातंगी

दस महाविद्वाओं में नौवें स्थान पर माता मातंगी हैं, जिन्हें तांत्रिक सरस्वती’ के नाम से भी जाना जाता है। गुप्त नवरात्रि की नवमी तिथि के दिन देवी की उपासना करने से साधक को गुप्त विद्याओं की प्राप्ति होती है और ज्ञान में विकास होता है। इस विशेष दिन पर ‘ॐ ह्रीं क्लीं हूं मातंग्यै फट् स्वाहा।’ मंत्र का जाप जरूर करें।

28 जून 2023, शनिवार- माता कमला

गुप्त नवरात्रि के अंतिम दिन माता कमला की उपासना का विधान है। उन्हें ‘तांत्रिक लक्ष्मी’ की संज्ञा भी दी गई है। मान्यता है कि गुप्त नवरात्रि के अंतिम दिन माता कमला की उपासना करने से धन, ऐश्वर्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में आ रहे सभी दुखों का नाश होता है। इस दिन ‘ॐ ह्रीं अष्ट महालक्ष्म्यै नमः।’ मंत्र का जाप कम से कम 108 बार जरूर करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *