Hardik Patel Resign : गुजरात चुनाव से पहले ही कांग्रेस को मिला बड़ा झटका, पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने दिया इस्तीफा।
पार्टी के युवा नेता और कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने बुधवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपने इस्तीफे की जानकारी ट्वीट कर के दिया। हार्दिक ने अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी को सौंप दिया। उन्होंने ने लिखा। आज मैं हिम्मत करके कांग्रेस पार्टी के पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं। मुझे विश्वास है कि मेरे इस निर्णय का स्वागत मेरा हर साथी और गुजरात की जनता करेगी। मैं मानता हूं कि मेरे इस कदम के बाद मैं भविष्य में गुजरात के लिए सच में सकारात्मक रूप से कार्य कर पाऊँगा।
पार्टी छोड़ने की वजह
हार्दिक ने पार्टी छोड़ने की कई वजह दिए
1. कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में किसी भी मुद्दे के प्रति गंभीरता की कमी एक बड़ा मुद्दा है।
2. मैं जब भी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से मिला तो लगा कि नेतृत्व का ध्यान गुजरात के लोगों और पार्टी की समस्याओं को सुनने से ज्यादा अपने मोबाइल और बाकी चीजों पर रहा।
3. जब भी देश संकट में था या कांग्रेस को नेतृत्व की सबसे ज्यादा आवश्यकता थी, तो हमारे नेता विदेश में थे। उन्होंने यहां तक कह दिया था कि कांग्रेस में उनकी हालत ऐसी हो गई है जैसे नए दूल्हे की नसबंदी करा दी हो. यहां वह कहना चाह रहे थे कि उनके पास पार्टी में . फैसला लेने की कोई पावर नहीं है.
मोदी सरकार की पप्रशंसा में कसीदे
अपने इस्तीफे में पाटीदार नेता ने लिखा कि अयोध्या में राम मंदिर हो, सीएए-एनआरसी का मुद्दा हो, कश्मीर में अनुच्छेद 370 हो या जीएसटी लागू करने का निर्णय…देश लंबे समय से इन समस्याओं का समाधान चाहता था और कांग्रेस पार्टी सिर्फ इसमें एक बाधा बनने का काम करती रही। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में गंभीरता की कमी है। मैं जब भी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से मिला तो लगा उनका ध्यान गुजरात के लोगों से ज्यादा अपने मोबाइल और बाकी चीजों पर रहा। जब देश में संकट था तो हमारे नेता विदेश में थे। हार्दिक पटेल ने कहा, हमारे कार्यकर्ता अपने खर्च पर 500 से 600 किमी की यात्रा कर जनता के बिच जाते हैं और गुजरात के बड़े – बड़े नेताओं का ध्यान सिर्फ इस पर रहता हैं की दिल्ली से आए हुए नेता को चिकन सैंडविच मिला या नहीं।