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कंटेनमेंट जोन को कोरोना मुक्त करने में जुटा स्वास्थ्य विभाग

  प्रतिदिन 100 लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं कंटेनमेंट जोन से सोमवार को डारा पंचायत के जगई गांव से लिए गए सैंपल

 बांका,  10 अगस्त: स्वास्थ्य विभाग जिले के कंटेनमेंट क्षेत्र को कोरोना मुक्त करने में पूरी मुस्तैदी से जुट गया है. इसके तहत प्रतिदिन 100 लोगों के सैंपल कंटेनमेंट जोन से लिए जा रहे हैं. सोमवार को डारा पंचायत के जगाई गांव में 100 लोगों के सैंपल लिए गए. हालांकि किसी की रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई. सभी लोग निगेटिव थे. लेकिन शनिवार और रविवार को हीरमोती में भी 100-100 लोगों के सैंपल लिए गए थे. वहां जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई उसे लकड़ीकोला स्थित कोविड केयर सेंटर में इलाज के लिए भर्ती किया गया. शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉक्टर सुनील कुमार चौधरी ने कहा कि हमलोगों को विभाग की ओर से कंटेनमेंट जोन में अभियान तेज करने को कहा गया है. इसी के तहत प्रतिदिन 100 लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं. इसके लिए एक टीम बनाई गई है,जिसमें डॉक्टर और अन्य कर्मी शामिल है. स्वास्थ्य विभाग की टीम के सदस्य प्रतिदिन कंटेनमेंट जोन के एक क्षेत्र में शिविर लगाकर 100 लोगों के सैंपल लेते हैं. जिसकी रिपोर्ट निगेटिव रहती है, उसे घर भेज दिया जाता है और जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव रहती है, उसे लकड़ीकोला स्थित कोविड केयर सेंटर में भर्ती कर दिया जाता है. वहीं गंभीर मरीज को सदर अस्पताल स्थित आईसीयू में भर्ती किया जाता है. होम आइसोलेशन में जाने वाले को दिया जाता है किट: जांच के बाद रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर मरीज को होम आइसोलेशन भेजते वक्त स्वास्थ्य विभाग का किट उपलब्ध कराया जाता है. किट में दवा दी जाती है, जिसका सेवन मरीज को घर में रहते हुए करना होता है. साथ ही होम आइसोलेशन में बरती जाने वाली सावधानी से भी मरीज को आगाह किया जाता है. किसी भी तरह की परेशानी होने पर मरीज को डॉक्टर से संपर्क करने के लिए कहा जाता है. जांच बढ़ने से कोरोना के संक्रमण को रोकने में मिलेगी मदद: डॉ सुनील कुमार चौधरी ने बताया कि जिले में कोरोना की जांच बढ़ने से इसके संक्रमण को बढ़ने से रोकने में मदद मिलेगी. जांच के बाद लोगों को पता चल जाएगा कि कौन संक्रमित है और कौन नहीं. संक्रमितों की पहचान होने से लोग उससे दूरी बनाकर अपना बचाव कर सकेंगे. वहीं चिह्नित मरीज भी होम आइसोलेशन में रहकर खुद को स्वस्थ कर पाएंगे. मरीज के गंभीर होने पर उसे कोविड केयर सेंटर या फिर सदर अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया जाएगा. सरकारी गाइडलाइन का किया जा रहा पालन: जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर कोरोना मरीजों की जांच के दौरान सरकारी गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है. स्वास्थ्यकर्मी मास्क और ग्लब्स के साथ पीपीई कीट पहनकर ही मरीजों की जांच कर रहे हैं. इस दौरान हर दो मीटर की दूरी बनाए रखने का निर्देश दिया गया है. इसे लेकर पूरी व्यवस्था की गई है. इलाज के दौरान मरीज तो सामाजिक दूरी का पालन कर ही रहे हैं. साथ में स्वास्थ्य कर्मी भी इसका ध्यान रख रहे हैं.  इन बातों का रखें ख्याल: 1. मुंह ढके बिना न छीकें। खांसी या छींक आने के दौरान अपने मुंह को टिशू पेपर से कवर करें और उसे तुरंत किसी बंद डस्टबिन में फेंक दें। 2. अगर आपको बुखार, खांसी और सांस में लेने में दिक्कत जैसी समस्या है तो तुरंत डॉक्टर्स से संपर्क करें। डॉक्टर्स से सलाह लेते वक्त मुंह को मास्क या कपड़े से अच्छे से ढकें। 3. अगर आप कोरोना वायरस का शिकार हैं तो अपना ध्यान रखने के साथ-साथ किसी भी व्यक्ति के नजदीक न जाएं। इससे बढ़ते खतरे को रोकने में आसानी होगी। 4. अपने हाथों से आंख, मुंह या नाक पर बार-बार हाथ न लगाएं. यदि ऐसा करते भी हैं तो साबुन या सेनिटाइजर से हाथों को अच्छी तरह साफ करें। 5. सार्वजनिक स्थलों पर भी स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें. राह चलते यूं ही सकड़ों पर न थूकें।

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