Ketu Gochar 2023: चित्रा नक्षत्र में केतु गोचर से इन राशियों रहना होगा सावधान
Ketu Gochar 2023
ज्योतिष शास्त्र राहु और केतु ग्रह को पाप ग्रह की श्रेणी में रखा गया है।
जिस जातक की कुंडली में राहु और केतु का दुष्प्रभाव पड़ता है उन्हें जीवन में कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। बता दें कि इस समय राहु चित्रा नक्षत्र में विचरण कर रहे हैं जिससे कुछ राशियों को सावधान रहने की आवश्यकता है। बता दें कि चित्रा नक्षत्र चंद्र मंडल में 14वां नक्षत्र है। यह रचनात्मक कलात्मक, सौंदर्य और परिवर्तन से जुड़ा हुआ। ऐसे में इन पांच राशियों को इन क्षेत्रों में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं, किन-किन राशियों पर केतु गोचर से पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव?
मिथुन राशि
मिथुन राशि के लिए चित्रा नक्षत्र में केतु गोचर को अशुभ माना जा रहा है। इस दौरान छात्रों को पढ़ाई में कुछ समस्याएं आ सकती हैं। साथ ही परिवार में बच्चों के साथ संबंध मजबूत करने में कठिनाइयों का सामना करना होगा। गोचर की अवधि में बच्चे अपने माता-पिता की बात नहीं मानेंगे, जिससे दूरियां बढ़ सकती है।
कर्क राशि
चित्रा नक्षत्र में केतु के गोचर से कर्क राशि के जातकों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। इस दौरान पारिवारिक वातावरण तनवपूर्ण रहेगा। इसके साथ कार्यक्षेत्र में भी कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान सभी क्षेत्रों में सावधानी बरतें और स्वास्थ्य का भरपूर ध्यान रखें।
कन्या राशि
केतु ग्रह के चित्रा नक्षत्र में प्रवेश से कन्या राशि के जातकों को वाणी या संचार क्षेत्र में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। इस दौरान लोग आपकी बातों को गलत रूप में ले सकते हैं, जिससे विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। परिवार में भी दूरियां उत्पन्न हो सकती है। इस अवधि में आय के क्षेत्र पर भी इसका अशुभ पड़ेगा।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए चित्रा नक्षत्र में केतु का गोचर नकारात्मक अशुभ साबित हो सकता है। इस दौरान कार्यक्षेत्र में सफलता के लिए अधिक परिश्रम की आवश्यकता होगी। साथ ही इस अवधि में पिता से मतभेद हो सकते हैं। व्यवसाय क्षेत्र में मानसिक तनाव बढ़ सकता है। वाणी पर संयम रखें और वाद-विवाद से दूर रहें।
मीन राशि
केतु के चित्रा नक्षत्र में गोचर से मीन राशि के जातकों को कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस अवधि में स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां उत्पन्न होंगी। साथ ही दुर्घटना या बीमारी की चपेट में आने का भय बना रहेगा। इस दौरान परेशानियां और चिंता बढ़ सकती है।