Lok Sabha Election 2024 बिहार की सियासत पर चढ़ रहा है चुनावी रंग
Lok Sabha Election 2024 बिहार की सियासत पर चुनावी रंग चढ़ता जा रहा है। सियासी बयानबाजी के बीच अब चीजों के रंग और खान-पान को लेकर वार-पलटवार हो रहे हैं।
बता दें कि चुनाव प्रचार के दौरान तेजस्वी यादव और वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी का एक वीडियो सामने आया है जिसमे तेजस्वी यादव और वीआईपी के मुखिया मुकेश सहनी चैत्र नवरात्रो में हेलिकॉप्टर में मछली रोटी खाते हुए नज़ए आये।
इसमें उनके साथ ‘सन ऑफ मल्लाह’ भी दिखाई दे रहे थे।
जिसके कारन हिन्दू धरम के लोगो के दिल को काफी ठेस पोह्ची है
इस वीडियो को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने तेजस्वी पर जमकर हमला बोला।
विजय सिन्हा ने कहा, “ये लोग सनातनी बनना चाहते हैं, लेकिन संस्कार नहीं सीख पाए. सावन में मटन खाते हैं और नवरात्र में मछली खाना. वोट के लिए इतने गिर गए हैं ये लोग.. धर्म, संस्कार को लज्जित करते हैं. ये लोग धर्म का अपमान करते हैं.”
वहीं गिरिराज सिंह ने कहा था, “तेजस्वी जी सीजनल सनातनी हैं, तुष्टिकरण के पोषक हैं. जब इनकी सरकार थी तो वोट की खातिर इनके पिताजी ने रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों को अवैध तरीके से बसाया। काफी संख्या में ऐसे लोग आए थे। ये वोट के सौदागर हैं, ना कि सनातनी पुजारी हैं। ये सनातन का लबादा ओढ़कर तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं।”
मछली वाले वीडियो पर सहनी और तेजस्वी का पलटवार कहा की ”खाने की चीज है तो क्यों नहीं खाएं, मैं BJP वालों का IQ टेस्ट ले रहा था।”
तेजस्वी यादव ने सफायी देते हुए कहा ”कि बीजेपी वाले महंगाई गरीबी पर कुछ बोलते ही नहीं, लेकिन इस बात पर कैसे कूद-कूदकर बोल रहे हैं. बीजेपी के नेता बिना पढ़े लिखे बयानबाजी कर रहे हैं। आईक्यू टेस्ट में साबित हुआ कि बीजेपी वाले अज्ञानी हैं बीजेपी मुद्दे की नहीं जहर बोने का काम करती है।”
मुकेश सहनी ने मछली खाने वाले वीडियो पर कहा कि खाने की चीज है तो क्यों नहीं खाएं कुछ लोगों को मिर्ची लगी है तो मैं क्या करूं ये वीडियो अप्रैल का है। खाने की चीज है किसे क्या खाना है ये तो वो तय करेगा ना, जो व्यक्ति खा रहा है।