Mizoram Election 2023: BJP और RSS पर राहुल गांधी का प्रहार, बोले- मिजोरम के लोगों के लिए है खतरा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों मिजोरम दौरे पर हैं। वहां उन्होंने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने मंगलवार को दावा किया कि विपक्षी I.N.D.I.A गठबंधन देश के 60 प्रतिशत हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है, जो कि भाजपा से भी अधिक है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि मिजोरम की दोनों प्रमुख पार्टियां, MNF और विपक्षी ZPM का इस्तेमाल भाजपा ईसाई-बहुल राज्य में पैर जमाने के लिए कर रही है।
राहुल गांधी ने की घोषणाएं
राहुल गांधी ने मिजोरम में कांग्रेस के सत्ता में आने पर प्रति माह 2,000 रुपये की वृद्धावस्था पेंशन, 750 रुपये में गैस सिलेंडर और उद्यमियों को समर्थन देने का वादा किया है। आइजोल में पत्रकारों को संबोधित करते हुए पार्टी उम्मीदवारों के लिए,राहुलगांधी ने कहा कि विपक्षी गठबंधन अपने मूल्यों, संवैधानिक ढांचे और धर्म या संस्कृति से परे लोगों की खुद को व्यक्त करने और सद्भाव में रहने की स्वतंत्रता की रक्षा करके “भारत के विचार” की रक्षा करेगा।
भाजपा पर जमकर किया कटाक्ष
भाजपा और RSS पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, “हमारे राष्ट्र के लिए उनका दृष्टिकोण हमसे अलग है। हम विकेंद्रीकरण में विश्वास करते हैं, जबकि भाजपा का मानना है कि सभी निर्णय दिल्ली में लिए जाने चाहिए।” उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस मिजोरम, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना में आगामी सभी विधानसभा चुनाव जीतेगी।
उन्होंने कहा, “हम मध्य प्रदेश में भाजपा का सफाया कर देंगे। हमने उन्हें छत्तीसगढ़ में उन्हें उखाड़ फेंका था और फिर से हराएंगे। हमने पिछले चुनावों में राजस्थान में भाजपा को हराया था और इस बार भी इसे दोहराएंगे। हम पूर्वोत्तर में भी ऐसा ही करेंगे। कांग्रेस का विचार है कि किसी को भी कम नहीं आंकना चाहिए।”
संस्थागत ढांचों पर कब्जा करने का आरोप
यह कहते हुए कि कांग्रेस ने देश की नींव रखने में मदद की और सबसे पुरानी पार्टी के पास उस नींव की रक्षा करने का रिकॉर्ड है, उन्होंने भाजपा पर देश के संपूर्ण संस्थागत ढांचे पर कब्जा करने का प्रयास करने का आरोप लगाया।
राहुल गांधी ने कहा, “पूर्वोत्तर के विभिन्न राज्य भाजपा और आरएसएस के हमलों का सामना कर रहे हैं, जिससे आपकी धार्मिक मान्यताओं और भाषाओं की नींव को खतरा हो रहा है। RSS का मानना है कि भारत को एक ही विचारधारा और संगठन द्वारा शासित किया जाना चाहिए, जिसका हम निश्चित रूप से विरोध कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि मिजोरम के लोग अपने भविष्य के लिए निर्णय लें। हम चाहते हैं कि वे खुद को, अपनी धार्मिक या सामाजिक प्रथाओं को व्यक्त करने में सहज हों। हम नहीं मानते कि मिजोरम पर सीधे दिल्ली से शासन किया जाना चाहिए। हम राज्य के लोगों को सत्ता सौंपने में विश्वास करते हैं।”
MNF और ZDM को मंच के तौर पर इस्तेमाल कर रही भाजपा
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा मिजोरम में पैर जमाने के लिए MNF और ZDM को एक मंच के रूप में इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव मिजोरम के विचार और उसके निवासियों की स्वतंत्रता, परंपरा और धर्म की रक्षा करने की लड़ाई है।
उन्होंने कहा, “हालांकि मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) सीधे तौर पर भाजपा के साथ जुड़ा हुआ है, लेकिन यह बहुत स्पष्ट है कि जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) भगवा पार्टी से नहीं लड़ रहा है। कांग्रेस मिजोरम में सरकार बनाएगी। राज्य के लोग समझते हैं कि क्या हो रहा है, चुनाव का असली सवाल यह है कि क्या आरएसएस मिजोरम को नियंत्रित करने जा रहा है या नहीं। वह एमएनएफ या जेडपीएम के माध्यम से ऐसा कर सकता है।”
विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए मिजोरम पहुंचे राहुल गांधी ने मंगलवार को सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री ललथनहवला से मुलाकात करने के लिए स्कूटी की सवारी की।