बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी को लेकर देश भर में हलचल मची है। जंहा आयकर विभाग बिटकॉइन की अवैध खरीद फरोख्त पर नकेल कसने की कोशिश में है। वही आम जनता बिटकॉइन में इन्वेस्ट को लेकर उत्सुक है। इस जद्दोजहज में आम लोग गफलत के शिकार हो रहे है। हालाँकि एक्सपर्ट की माने तो बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने से न केवल पैसे डूबने का खतरा है बल्कि दिवालिए होने का भी डर है। इस बारे में रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने भी स्पष्ट किया है कि बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने की जोखिम निवेशकों को खुद उठाना होगा। जबकि मोदी सरकार ने भी कहा है कि किसी भी प्रकार की धोखधड़ी के लिए सरकार जिम्मेवार नहीं होगी। bitcoin ko kaha aur kaise beche
बिटकॉइन की खरीद फरोख्त में जोखिम है
वैसे यदि आप बिटकॉइन में इन्वेस्ट कर रहे है या बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने की सोच रहे है। तो इस पर पुनर्विचार करने की जरूरत है क्योंकि ऐसी संभावना है कि यदि बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी के अवैध खरीद फरोख्त का पर्दाफाश हुआ तो बिटकॉइन को कॅश में एक्सचेंज कराने में बहुत मुश्किलात आ सकती है। इसलिए बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने से पहले जरूर सोचें। bitcoin ko kaha aur kaise beche
गौरतलब है बिटकॉइन की मांग दिन व दिन बढ़ती जा रही है। जिस कारण इसके ट्रांजैक्शन टाइम भी बढ़ रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग कन्फर्मेशन होने में औसतन पांच घंटे का वक्त लग रहा है। इस बात की पुष्टि गूगल के एक इंजिनियर द्वारा किए गए ट्वीट से होती है। जिसमें उन्होंने कहा कि मैं अपना एक बिटकॉइन बेचने की कोशिश कर रहा हूँ लेकिन सेलिंग प्रोसेस इतना टफ है कि कोई खरीदना नहीं चाहता है। बिटकॉइन एक ऐसी करेंसी है जिसमें इन्वेस्ट करने के बाद पैसे के कन्वर्ट होने की संभावना बहुत कम रह जाती है। bitcoin ko kaha aur kaise beche
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हालांकि, इसमें कोई दो राय नहीं है कि बिटकॉइन की खरीद फरोख्त में जोखिम है क्योंकि हाल ही में आयकर विभाग के छापे के बाद कई नामचीन बिटकॉइन कंपनी बंद हो गई है। जिसके बाद निवेशकों के करोड़ो रूपये डूबने की आशंका है। इस बाबत लोगों ने पुलिस में प्राथमिकी भी दर्ज कराई है। bitcoin ko kaha aur kaise beche
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