देश की विरासत से खिलवाड़ कर रही बीजेपी : थरूर
केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रह्लाद सिंह ने लोकसभा में जलियांवाला बाग राष्ट्रीय स्मारक के ट्रस्टी के रूप में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को ट्र्स्टी के रूप में हटाने के लिए जलियांवाला बाग राष्ट्रीय स्मारक (संशोधन) विधेयक पेश लोकसभा में पेश किया है जिसका कांग्रेस ने जबर्दस्त तरीके से विरोध किया है. shashi tharoor congress
बता दें कि यह बिल कांग्रेस अध्यक्ष को जलियाँवाला बाग नेशनल मेमोरियल चलाने वाले ट्रस्ट के स्थायी सदस्य के रूप में हटाने के लिए लाया गया है ताकि एकाधिकार को समाप्त किया जा सके. इसी तरह का बिल पिछली सरकार के दौरान भी लाया गया था लेकिन इसे संसदीय मंजूरी नहीं मिलने के कारण यह बेकार हो गया था. shashi tharoor congress
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लेकिन सरकार एक बार फिर से इस विधेयक को लाई है जिसका विरोध करते हुए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि यह देश की विरासत के साथ खिलवाड़ है और देश के इतिहास व उसकी विरासत के साथ विश्वासघात नहीं होना चाहिए. थरूर ने इस बिल को रोकने की वकालत की है.
वहीं इस बिल की तरफदारी करते हुए केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस ने पिछले 40-50 वर्षों में स्मारक के लिए कुछ भी नहीं किया है उन्होंने कहा कि वह विधेयक पर बहस के दौरान विपक्ष के सभी सवालों के जवाब देंगे.
हालांकि इस संशोधन विधेयक के अंतर्गत लोकसभा में विपक्ष के नेता को ट्रस्ट के सदस्य के रूप में शामिल किए जाने का प्रवधान दिया गया है. इतना हीं यह विधेयक केंद्र सरकार को बिना किसी कारण बताए कार्यकाल की समाप्ति से पहले एक नामित ट्रस्टी के कार्यकाल को समाप्त करने की शक्ति प्रदान करता है. जो कि अब तक ट्रस्ट स्मारक का प्रबंधन ही करता है.
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गौरतलब है कि प्रधानमंत्री, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष, संस्कृति मंत्री, लोकसभा में विपक्ष के नेता, पंजाब के राज्यपाल, और पंजाब के सीएम इस ट्रस्ट के सदस्य होते हैं. खास बात यह है कि इस विधेयक के पारित होने के बाद कांग्रेस का इसके स्थाई ट्रस्टी के तौर पर एकाधिकार समाप्त हो जाएगा. shashi tharoor congress