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नौसेना को मिला ‘बाहुबली’, PM मोदी ने कहा- ये केवल युद्धपोत नहीं…

भारतीय नौसेना के लिए आज दिन अहम है। नौसेना में पहला स्वदेशी विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant) शामिल हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक कार्यक्रम में इसे देश को समर्पित कर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि आज केरल के समुद्री तट पर हर भारतवासी, एक नए भविष्य के सूर्योदय का साक्षी बन रहा है। आइएनएस विक्रांत पर हो रहा ये आयोजन विश्व क्षितिज पर भारत के बुलंद होते हौसलों की हुंकार है। पीएम मोदी ने इस युद्धपोत को नेवी के बेड़े में शामिल करते हुए कहा कि, विक्रांत विशाल है, विराट है, विहंगम है. विक्रांत विशिष्ट है, विक्रांत विशेष भी है. विक्रांत केवल एक युद्धपोत नहीं है. ये 21वीं सदी के भारत के परिश्रम, प्रतिभा, प्रभाव और प्रतिबद्धता का प्रमाण है.

आईएसी विक्रांत (IAC Vikrant) पर भारत के सबसे तेज और खतरनाक फाइटर जेट्स में से एक मिग-29 मिकोयान (MiG-29 Mikoyan) को तैनात किया गया है. इस फाइटर जेट ने भारत को कई युद्धों में फतह दिलाई है. सिर्फ एक पायलट से उड़ने वाला यह फाइटर जेट चुटकियों में दुश्मन के छक्के छुड़ा देता है. 17.32 मीटर लंबे जेट में 3500 KG ईंधन आता है. यह इसकी अधिकतम 2400 KM/घंटा की गति से उड़ सकता है. इसकी रेंज 2100 किलोमीटर है. अधिकतम 18 हजार मीटर की ऊंचाई तक जा सकता है. इसकी रेंज 2100 किलोमीटर है. अधिकतम 18 हजार मीटर की ऊंचाई तक जा सकता है. इसमें 7 हार्डप्वाइंट्स हैं. जिसमें अलग-अलग रॉकेट्स, मिसाइल और बम या फिर उनका मिश्रण लगाया जा सकता है.

देश में पैदा हुआ नया भरोसा

पीएम मोदी आईएनएस विक्रांत को लेकर कहा कि, आज भारत विश्व के उन देशों में शामिल हो गया है, जो स्वदेशी तकनीक से इतने विशाल एयरक्राफ्ट कैरियर का निर्माण करता है. आज आईएनएस विक्रांत ने देश को एक नए विश्वास से भर दिया है, देश में एक नया भरोसा पैदा कर दिया है.पीएम ने ये भी कहा पिछले समय में इंडो-पैसिफिक रीज़न और इंडियन ओशन में सुरक्षा चिंताओं को लंबे समय तक नजरंदाज किया जाता रहा। लेकिन, आज ये क्षेत्र हमारे लिए देश की बड़ी रक्षा प्राथमिकता है।इसलिए हम नौसेना के लिए बजट बढ़ाने से लेकर उसकी क्षमता बढ़ाने तक, हर दिशा में काम कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा, बूंद-बूंद जल से जैसे विराट समंदर बन जाता है। वैसे ही भारत का एक-एक नागरिक ‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र को जीना प्रारंभ कर देगा, तो देश को आत्मनिर्भर बनने में अधिक समय नहीं लगेगा।

 

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